तेज प्रताप यादव और अनुष्का यादव के विवाद में आकाश यादव का निष्कासन
राजनीति में पारिवारिक विवाद का नया मोड़
राजनीति में पारिवारिक रिश्तों का जंजाल अक्सर समस्याएं पैदा करता है। हाल ही में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के पूर्व नेता तेज प्रताप यादव और उनकी प्रेमिका अनुष्का यादव के बीच विवाद ने सुर्खियाँ बटोरी हैं। इस बीच, अनुष्का के भाई आकाश यादव, जो राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLJP) के युवा विंग के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे, को पार्टी ने 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। आइए जानते हैं इस राजनीतिक और पारिवारिक ड्रामे की पूरी कहानी।आकाश यादव को RLJP से 6 साल का बैन: तेज प्रताप और अनुष्का के विवाद के चलते RLJP ने आकाश यादव के खिलाफ सख्त कदम उठाया। उन्हें तुरंत पार्टी से निष्कासित कर दिया गया। आकाश, जो युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे, अब पार्टी से बाहर हो चुके हैं। इस निर्णय का उद्देश्य पार्टी की छवि और राजनीतिक स्थिरता को बनाए रखना था।
आकाश यादव का बयान: "परिवार का सम्मान सबसे ऊपर" इस विवाद पर आकाश यादव ने कहा कि तेज प्रताप और अनुष्का दोनों वयस्क हैं और उनका मामला दो परिवारों की इज्जत से जुड़ा हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि जो कुछ भी हुआ है, वह संविधान के दायरे में हुआ होगा। लालू यादव को इस मामले में पहल करनी चाहिए ताकि दोनों परिवारों की इज्जत बनी रहे।
आकाश यादव का आरजेडी में भी रहा कद: आकाश यादव पहले राजद से जुड़े थे और तेज प्रताप के कहने पर उन्हें छात्र राजद का अध्यक्ष बनाया गया था। जब उन्हें छात्र राजद से हटाया गया, तब तेज प्रताप ने प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद के खिलाफ मोर्चा खोला, जिससे पार्टी में हलचल मची। यह पूरी कहानी बताती है कि कैसे पारिवारिक और राजनीतिक जटिलताओं ने आकाश यादव के राजनीतिक करियर को प्रभावित किया।
