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तेजस्वी यादव ने पीएम मोदी के सिवान दौरे पर उठाए सवाल

बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सिवान दौरे पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने पीएम मोदी से पूछा कि पिछले 11 वर्षों में बिहार को क्या मिला और राज्य में कितनी चीनी मिलें खुली हैं। तेजस्वी ने सरकार की बेरोजगारी और महंगाई पर चिंता जताई और एनडीए के भीतर की स्थिति को भी अस्त-व्यस्त बताया। जानें उनके तंज और बिहार की समस्याओं पर उनकी राय।
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तेजस्वी यादव ने पीएम मोदी के सिवान दौरे पर उठाए सवाल

तेजस्वी यादव का पीएम मोदी पर तंज

बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 20 जून को सिवान में प्रस्तावित दौरे पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय पीएम मोदी का बिहार आना स्वाभाविक है।


तेजस्वी ने यह भी पूछा कि पीएम मोदी ने पिछले 11 वर्षों में बिहार से कितने वोट प्राप्त किए और राज्य को क्या लाभ दिया, इस पर प्रकाश डालें। उन्होंने यह भी जानना चाहा कि बिहार में कितनी नई चीनी मिलें स्थापित हुईं।


पटना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए तेजस्वी यादव ने पीएम मोदी को साइप्रस में 'ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ मकारियोस' सम्मान मिलने पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि यह सम्मान केवल इसलिए मिल रहा है क्योंकि वे भारत के प्रधानमंत्री हैं।


तेजस्वी ने आगे कहा कि देश की वर्तमान स्थिति पर ध्यान देने की आवश्यकता है, जहां बेरोजगारी, गरीबी और महंगाई जैसी समस्याएं हैं। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि वह केवल राशन वितरण से संतुष्ट है, जबकि लोगों की शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार की स्थिति पर कोई ध्यान नहीं दे रही।


परिवारवाद के मुद्दे पर तेजस्वी ने एनडीए को घेरते हुए कहा कि पीएम मोदी परिवारवाद की आलोचना करते हैं, लेकिन उन्हें बिहार आकर वास्तविकता देखनी चाहिए। उन्होंने मजाक में कहा कि 'जमाई आयोग' के साथ 'जीजा आयोग' भी बनाना चाहिए।


तेजस्वी ने कहा कि जो लोग चुनाव नहीं जीतते, वही दूसरों को प्रवचन देने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने एनडीए के भीतर की स्थिति को भी अस्त-व्यस्त बताया, जहां सत्तारूढ़ दल के नेता आपस में बयानबाजी कर रहे हैं।


बिहार में एयरपोर्ट निर्माण के संबंध में कैबिनेट के फैसले पर तेजस्वी ने कहा कि कई हवाई अड्डों का निर्माण 2015 में उनकी सरकार द्वारा तय किया गया था। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि केवल एयरपोर्ट बनाने से कुछ नहीं होगा, क्योंकि हवाई किराए अब बहुत अधिक हो गए हैं। केंद्र सरकार को इस पर स्पष्टीकरण देना चाहिए।