तेजस्वी यादव पर एफआईआर: राजनीतिक विवाद और प्रतिक्रिया

तेजस्वी यादव पर एफआईआर का मामला
तेजस्वी यादव की प्रतिक्रिया: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट और बयानों के चलते तेजस्वी यादव मुश्किल में फंस गए हैं। इस पोस्ट के आधार पर उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई है। तेजस्वी यादव ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने कहा कि उन्हें किसी एफआईआर से डर नहीं है। उनके अनुसार, 'जुमला' शब्द का उपयोग करना कोई अपराध नहीं है, और वे सच बोलने से नहीं डरते।
तेजस्वी यादव ने कहा, "FIR से कौन डरता है? 'जुमला' शब्द कहना भी अपराध हो गया है...वे सच बोलने से घबराते हैं...हम किसी FIR से नहीं डरते और हम सच बोलते हैं..."
भाजपा अध्यक्ष की शिकायत
भाजपा अध्यक्ष की शिकायत: उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में भाजपा की महानगर अध्यक्ष शिल्पी गुप्ता ने तेजस्वी यादव के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। उनका आरोप है कि यह पोस्ट प्रधानमंत्री की छवि को नुकसान पहुंचाने और समाज में अशांति फैलाने वाला है। इस शिकायत के आधार पर सदर बाजार थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। शाहजहांपुर के एसपी राजेश द्विवेदी ने बताया कि पुलिस सबूत इकट्ठा कर रही है और तेजस्वी को जल्द ही पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है।
महाराष्ट्र में भी मामला दर्ज
महाराष्ट्र में मामला: गढ़चिरौली जिले में भी तेजस्वी यादव के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। भाजपा विधायक मिलिंद नरोटे ने पुलिस में शिकायत दी थी, जिसके आधार पर गढ़चिरौली पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। तेजस्वी यादव ने पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि देश को 'पॉकेटमार प्रधानमंत्री' नहीं चाहिए। भाजपा नेताओं ने इस बयान को बेहद आपत्तिजनक बताया है।
राजनीतिक टकराव की संभावना
राजनीतिक टकराव: भाजपा नेताओं ने तेजस्वी यादव के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है, यह कहते हुए कि ऐसे बयान राजनीतिक माहौल को खराब कर सकते हैं। राजद की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। दो राज्यों में एक साथ मुकदमे दर्ज होने से पुलिस कार्रवाई तेज हो गई है। यह मामला सियासत में नया बवंडर खड़ा कर रहा है और आने वाले दिनों में राजनीतिक टकराव को और बढ़ा सकता है।