Newzfatafatlogo

तेलंगाना में बारिश से बाढ़ का खतरा: हिमायत सागर और उस्मान सागर की स्थिति चिंताजनक

तेलंगाना में हो रही लगातार बारिश ने बाढ़ का खतरा बढ़ा दिया है। हैदराबाद की हिमायत सागर झील का जल स्तर खतरनाक स्तर के करीब पहुँच गया है, जिससे प्रशासन को अलर्ट जारी करना पड़ा है। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। जुड़वां जलाशयों, हिमायत और उस्मान सागर, में जल स्तर बढ़ने से बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है। जानें इस स्थिति के बारे में और क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
 | 
तेलंगाना में बारिश से बाढ़ का खतरा: हिमायत सागर और उस्मान सागर की स्थिति चिंताजनक

तेलंगाना में बाढ़ का खतरा

तेलंगाना में लगातार हो रही बारिश ने बाढ़ का खतरा बढ़ा दिया है। हैदराबाद की प्रमुख झील, हिमायत सागर, में जल स्तर खतरनाक स्तर के करीब पहुँच गया है। इस स्थिति ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को झील का निरीक्षण करने और संभावित खतरों के प्रति चेतावनी जारी करने के लिए मजबूर किया है। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और किसी भी आपात स्थिति का सामना करने के लिए आवश्यक सावधानियाँ बरतने की सलाह दी गई है। यह स्थिति हैदराबाद और रंगारेड्डी जिलों के लिए चिंता का विषय बन गई है, जहाँ मॉनसून की बारिश से जनजीवन प्रभावित हो रहा है.


हिमायत सागर और उस्मान सागर की स्थिति

हिमायत सागर और उस्मान सागर, जो कि जुड़वां जलाशय हैं, ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में लगातार बारिश के कारण बाढ़ के पानी से भर गए हैं। इन जलाशयों का भरना शहर की जल सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन अत्यधिक पानी का बहाव निचले इलाकों में जलभराव और बाढ़ का कारण बन सकता है। यह प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती है।


जल स्तर की चिंताजनक स्थिति

अधिकारियों के अनुसार, हिमायत सागर का पूर्ण टैंक स्तर 1,764 फीट है, जबकि वर्तमान जल स्तर पहले ही 1,763 फीट तक पहुँच चुका है। यदि जल प्रवाह इसी दर से जारी रहा, तो जलाशय के गेट किसी भी समय खोले जा सकते हैं। यह हैदराबाद में बाढ़ की चेतावनी का संकेत है, जिससे बाढ़ प्रबंधन की आवश्यकता बढ़ जाती है।


उस्मान सागर का भी खतरा

उस्मान सागर का पूर्ण टैंक स्तर 1,790 फीट है, जबकि वर्तमान जल स्तर 1,782.800 फीट तक पहुँच चुका है। जुड़वां जलाशयों में बाढ़ का पानी बहने लगा है, जिसके चलते वाटर बोर्ड के एमडी ने अधिकारियों को सतर्क रहने की सलाह दी है। उन्होंने निर्देश दिया है कि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें और प्रशासनिक तंत्र के साथ समन्वय स्थापित करें।