थाईलैंड और कंबोडिया के बीच बढ़ता तनाव: हवाई हमले की पुष्टि
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच संघर्ष
बैंकॉक: थाईलैंड और कंबोडिया के बीच तनाव एक बार फिर गंभीर हो गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता से हुए सीजफायर समझौते के बावजूद, थाईलैंड ने सोमवार की सुबह कंबोडियाई सीमा पर हवाई हमले किए। थाई सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल विंथाई सुवारी ने इस हवाई कार्रवाई की पुष्टि की है।
दोनों देशों ने एक-दूसरे पर सीजफायर का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। थाई सेना ने बताया कि उबोन रत्चाथानी प्रांत के पूर्वी हिस्से में हुई झड़पों में एक सैनिक की मौत हो गई और चार अन्य घायल हुए हैं। सीमा पर तनाव बढ़ने के कारण थाईलैंड ने F-16 लड़ाकू विमानों को तैनात किया है।
यह विवाद जुलाई में लगभग पांच दिन तक चले संघर्ष के बाद शांत हुआ था, जिसके लिए ट्रंप और मलेशियाई प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने सीजफायर करवाया था। हालांकि, यह समझौता दो महीने भी नहीं टिक सका।
थाई मीडिया के अनुसार, सेना ने सीमा क्षेत्रों में बढ़ते टकराव की सूचना दी है और नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए कदम उठाए हैं। रविवार को सी सा केट प्रांत के कंथारालक जिले में कंबोडियाई सैनिकों की घुसपैठ के बाद लड़ाई तेज हो गई। मेजर जनरल विंथाई ने कहा कि सोमवार सुबह करीब 5 बजे नाम युएन जिले के चोंग आन मा इलाके में कंबोडियाई सैनिकों ने छोटे हथियारों और इनडायरेक्ट-फायर हथियारों से हमला किया, जिसके बाद थाई सेना ने जवाबी कार्रवाई की।
रॉयल थाई एयर फोर्स के प्रवक्ता एयर मार्शल जैक्रिट थम्माविचई के अनुसार, एयर स्ट्राइक सुरानारी टास्क फोर्स के सहयोग से की गई। उन्होंने कहा कि कंबोडिया की गतिविधियां थाई राष्ट्रीय सुरक्षा और सीमा क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए खतरा बन गई थीं।
थाई सेना का दावा है कि कंबोडियाई बलों ने भारी हथियार और लड़ाकू यूनिट्स सीमा पर तैनात कर दिए थे, जिससे सैन्य तनाव बढ़ा और थाईलैंड को हवाई शक्ति का उपयोग करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
