थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा विवाद में हिंसा, 11 की मौत

सीमा विवाद में बढ़ती हिंसा
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच चल रहे सीमा विवाद ने 24 जुलाई को एक गंभीर मोड़ लिया, जिसमें 11 थाई नागरिकों की जान चली गई और 14 अन्य घायल हुए। यह तनाव तब बढ़ा जब थाईलैंड ने कंबोडियाई सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए, जिसके जवाब में कंबोडिया ने रॉकेट और तोपखाने से हमला किया।
कंबोडिया का नागरिक क्षेत्रों पर हमला
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, कंबोडिया ने नागरिक क्षेत्रों पर हमले जारी रखे, जिसमें फनोम डोंग राक अस्पताल भी शामिल था। थाईलैंड के विदेश मंत्रालय ने बताया कि अस्पताल पर हवाई हमले हुए, जिनके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। इन वीडियो में अस्पताल परिसर के बाहर रॉकेट गिरते हुए दिखाई दे रहे हैं, जबकि थाई सैनिक सुरक्षा के लिए कवर लेते नजर आ रहे हैं। हालांकि, अस्पताल के बाहर हुए हमले में कोई हताहत नहीं हुआ, क्योंकि अस्पताल को पहले ही खाली कर दिया गया था।
सिसाकेट प्रांत में रॉकेट हमला
थाईलैंड के सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, सिसाकेट प्रांत में एक पेट्रोल स्टेशन के पास रॉकेट हमले में अधिकांश नागरिकों की मौत हुई। इस हमले ने क्षेत्र में दहशत फैला दी, और स्थानीय प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई की।
स्कूलों की बंदी और सुरक्षा उपाय
थाईलैंड की शिक्षा मंत्री नरमोन पिन्योसिनवट ने फनोम डोंग राक जिले के सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है। यह निर्णय क्षेत्र में बढ़ती हिंसा और नागरिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
थाई वायुसेना की जवाबी कार्रवाई
एक थाई सैन्य अधिकारी ने बताया कि उबोन रतचाथानी प्रांत से छह थाई वायुसेना के जेट विमानों ने उड़ान भरी और कंबोडिया के दो सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। यह कार्रवाई एमराल्ड ट्रायंगल क्षेत्र में चल रहे विवाद के बीच हुई, जहां थाईलैंड, कंबोडिया और लाओस की सीमाएं मिलती हैं। इस संघर्ष में कम से कम नौ थाई नागरिक मारे गए और 14 घायल हुए।
तनाव का कारण
दोनों देशों के बीच एमराल्ड ट्रायंगल क्षेत्र को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है। हालात तब और बिगड़ गए जब कंबोडिया ने थाईलैंड की ओर रॉकेट और तोपखाने दागे, जिसके जवाब में थाईलैंड ने अपने एफ-16 जेट विमानों को तैनात किया।