थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा संघर्ष: 32 की मौत, 81,000 लोग बेघर

सीमा पर बढ़ता तनाव
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच चल रहे संघर्ष ने गंभीर रूप ले लिया है। लगातार तीसरे दिन दोनों देशों के बीच भारी गोलीबारी जारी है, जिसमें अब तक 32 लोगों की जान जा चुकी है। इस हिंसा के कारण 81,000 से अधिक लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर भागने को मजबूर हुए हैं.
संघर्ष का कारण
यह संघर्ष तब शुरू हुआ जब सीमा के निकट कुछ विवादित क्षेत्रों में फायरिंग की घटनाएं सामने आईं। दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने हैं और भारी हथियारों का उपयोग किया जा रहा है. इस हिंसा ने स्कूलों, अस्पतालों और हजारों घरों को नुकसान पहुंचाया है.
लोगों का पलायन
जारी गोलीबारी के बीच सीमावर्ती गांवों में भय का माहौल है। प्रशासन के अनुसार, 81,000 से अधिक लोग अपने घरों से पलायन कर चुके हैं। राहत शिविरों में भीड़ बढ़ती जा रही है, जबकि मूलभूत सुविधाओं की कमी महसूस की जा रही है.
नागरिकों पर प्रभाव
गोलाबारी से आम नागरिक सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। कई स्कूलों, अस्पतालों और आवासीय क्षेत्रों में तबाही मच चुकी है। रिपोर्टों के अनुसार, 'शेलिंग के कारण बच्चों की शिक्षा और मरीजों का इलाज दोनों प्रभावित हो रहे हैं.'
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की अपील
संयुक्त राष्ट्र और अन्य वैश्विक शक्तियों ने दोनों देशों से संयम बरतने और संघर्ष विराम की अपील की है। लेकिन जमीनी हालात में कोई सुधार नहीं हो रहा है। एक अधिकारी ने कहा, 'हम हर संभव प्रयास कर रहे हैं, लेकिन गोलीबारी थमने का नाम नहीं ले रही.'
राजनीतिक कारण
विशेषज्ञों का मानना है कि यह संघर्ष केवल सीमा विवाद तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके पीछे राजनीतिक अस्थिरता, क्षेत्रीय प्रभाव की होड़ और सैन्य शक्ति प्रदर्शन जैसे कारण भी हैं। विश्लेषकों का कहना है कि अगर जल्द ही कूटनीतिक समाधान नहीं निकला, तो यह संघर्ष और भी गंभीर हो सकता है.