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थाईलैंड-कंबोडिया सीमा विवाद: बारूदी सुरंगों का बढ़ता खतरा

थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा विवाद ने एक नया मोड़ ले लिया है, जिसमें बारूदी सुरंगों की भूमिका महत्वपूर्ण बन गई है। दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच, थाईलैंड ने कंबोडिया पर क्लस्टर बम गिराने का आरोप लगाया है। इस विवाद का इतिहास और बारूदी सुरंगों की संख्या पर चर्चा करते हुए, यह स्पष्ट होता है कि यह संघर्ष केवल एक क्षेत्रीय मुद्दा नहीं, बल्कि एक अंतरराष्ट्रीय चिंता बन सकता है। जानें इस जटिल स्थिति के पीछे के कारण और संभावित परिणाम।
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थाईलैंड-कंबोडिया सीमा विवाद: बारूदी सुरंगों का बढ़ता खतरा

थाईलैंड-कंबोडिया सीमा विवाद

थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा विवाद: थाईलैंड और कंबोडिया के बीच का विवाद अब युद्ध के स्तर तक पहुँच चुका है, जिसमें दोनों पक्षों से लगातार हमले हो रहे हैं। हाल ही में, थाईलैंड ने कंबोडिया पर क्लस्टर बम गिराने का आरोप लगाया है। हालांकि, कंबोडिया की एक महत्वपूर्ण ताकत, बारूदी सुरंगें, थाईलैंड के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई हैं। कहा जा रहा है कि शिव मंदिर केवल एक बहाना है, असली कारण बारूदी सुरंगें हैं। थाईलैंड का आरोप है कि कंबोडिया नई बारूदी सुरंगें बिछा रहा है, जबकि पुरानी सुरंगों को अभी तक नहीं हटाया गया है।


सीमा विवाद का इतिहास

थाईलैंड और कंबोडिया के बीच 817 किलोमीटर लंबी सीमा है, जिस पर कई ऐसे बिंदु हैं जिन पर पिछले एक सदी से विवाद चल रहा है। इन विवादों के चलते पहले भी कई झड़पें हो चुकी हैं, जिनमें एक दर्जन से अधिक सैनिकों की जान गई है। 2011 में भी दोनों देशों ने एक-दूसरे पर तोपों से हमला किया था। हाल ही में, मई में हुई गोलीबारी में एक कंबोडियाई सैनिक की मौत हो गई थी।


क्या बारूदी सुरंगें युद्ध का मुख्य कारण हैं?

क्या बारूदी सुरंगें ही युद्ध की असली वजह हैं?

टीवी 9 की रिपोर्ट के अनुसार, बारूदी सुरंगें दोनों देशों के बीच युद्ध का नया कारण बन रही हैं। थाईलैंड ने हाल ही में कंबोडिया पर विवादित क्षेत्र में बारूदी सुरंगें बिछाने का आरोप लगाया है, जिसमें तीन सैनिक घायल हुए थे। कंबोडिया ने इस आरोप को खारिज करते हुए कहा कि उनके सैनिक गलती से एक पुरानी बारूदी सुरंग को सक्रिय कर बैठे थे।


बारूदी सुरंगों की संख्या

बारूदी सुरंगों की संख्या लाखों में हो सकती है।

कंबोडिया की सीमा पर स्थित ये बारूदी सुरंगें कई साल पहले के गृहयुद्ध के दौरान बनाई गई थीं। जिन समूहों को इन सुरंगों को हटाने का कार्य सौंपा गया है, उनके अनुसार इनकी संख्या लाखों में हो सकती है। ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, चीन इस समस्या के समाधान के लिए कंबोडिया और अन्य देशों की मदद कर रहा है।


थाईलैंड के लिए खतरा

थाईलैंड के लिए बारूदी सुरंगें कैसे एक बड़ा खतरा हैं

कंबोडिया की सीमा पर मौजूद बारूदी सुरंगें थाईलैंड के लिए एक बड़ा खतरा बन सकती हैं। यदि संघर्ष बढ़ता है और थाई सेना कंबोडिया में घुसने की कोशिश करती है, तो ये सुरंगें सैनिकों और वाहनों के लिए जानलेवा साबित हो सकती हैं। इससे थाई सेना की आवाजाही प्रभावित होगी।


अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में मामला

अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में ले जा सकता मामला

हालांकि, कंबोडिया की बारूदी सुरंगें थाईलैंड के लिए एक कूटनीतिक ताकत बन सकती हैं, यदि इनसे थाई नागरिक या सैनिक मारे जाते हैं। कंबोडिया 2000 से ओटावा समझौते का हिस्सा है, जो बारूदी सुरंगों पर प्रतिबंध लगाता है। यदि कंबोडिया थाई सैनिकों के खिलाफ बारूदी सुरंगों का उपयोग करता है, तो उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जवाब देना पड़ सकता है। थाईलैंड इस मामले को अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में भी ले जा सकता है।