थाईलैंड में 24 घंटे के लिए नया प्रधानमंत्री नियुक्त

थाईलैंड में राजनीतिक हलचल
थाईलैंड में नया प्रधानमंत्री: वर्तमान में थाईलैंड राजनीतिक उथल-पुथल का सामना कर रहा है। इस बीच, एक नया घटनाक्रम सामने आया है। दरअसल, प्रधानमंत्री पटोंगटार्न शिनावात्रा को मंगलवार को एक लीक कॉल के चलते निलंबित कर दिया गया। उनकी जगह उप प्रधानमंत्री सूर्या जुंगरुंगरेंगकिट को कार्यवाहक प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया, लेकिन उनका कार्यकाल केवल एक दिन के लिए होगा।
लीक कॉल में, पटोंगटार्न ने सेना की आलोचना की और कंबोडिया के पक्ष में बयान दिया, जो थाई संविधान के तहत मंत्रिस्तरीय आचार संहिता का उल्लंघन माना गया। संवैधानिक न्यायालय ने कहा कि उनके खिलाफ पर्याप्त संदेह है, इसलिए उन्हें जांच पूरी होने तक निलंबित किया गया है। उन्हें 15 दिनों के भीतर जवाब देना होगा।
सिर्फ 24 घंटे का कार्यकाल
निलंबन के तुरंत बाद, 70 वर्षीय सूर्या को बुधवार के लिए कार्यवाहक प्रधानमंत्री बना दिया गया। वे वर्तमान में परिवहन मंत्री और उप प्रधानमंत्री हैं। यह दिलचस्प है कि यह वही दिन था जब बैंकॉक में प्रधानमंत्री कार्यालय की 93वीं वर्षगांठ मनाई जा रही थी, और सूर्या 93 घंटे भी उस पद पर नहीं रह पाएंगे।
गुरुवार को पूर्व नियोजित कैबिनेट फेरबदल के तहत फुमथम वेचायाचाई को नया गृह मंत्री और उप प्रधानमंत्री बनाया जाएगा। पार्टी के अनुसार, उप प्रधानमंत्री पद की वरिष्ठता के कारण फुमथम को सूर्या की जगह देश की बागडोर सौंपी जाएगी।
पातोंगतारन का राजनीतिक इतिहास
पातोंगतारन कौन हैं?
पातोंगतारन थाईलैंड की सबसे प्रभावशाली राजनीतिक विरासत से आती हैं और पूर्व प्रधानमंत्री थाकसिन शिनावात्रा की बेटी हैं। वे अगस्त 2023 में प्रधानमंत्री बनीं, लेकिन विवाद और सत्ता संघर्ष के कारण उनका कार्यकाल संकट में आ गया है। पूर्व प्रधानमंत्री थाकसिन शिनावात्रा को 2006 में सैन्य तख्तापलट के जरिए सत्ता से हटा दिया गया था। तब से उनका परिवार लगातार थाई राजनीति में विवादों और सत्ता संघर्ष का केंद्र बना हुआ है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि प्रधानमंत्री का यह निलंबन केवल संवैधानिक या कानूनी प्रक्रिया नहीं है, बल्कि यह सेना और रूढ़िवादी ताकतों द्वारा लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को कमजोर करने का एक प्रयास है।