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दिल के दौरे के बढ़ते मामले: गुजरात में एक युवक की दुखद घटना

गुजरात में एक युवक की दिल के दौरे से हुई मौत ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों का ध्यान आकर्षित किया है। इस घटना ने अस्वस्थ जीवनशैली के खतरों को उजागर किया है। जानें दिल के दौरे के कारण, लक्षण और विशेषज्ञों की सलाह। क्या आप जानते हैं कि कैसे आप अपने दिल की सेहत का ध्यान रख सकते हैं? इस लेख में जानें महत्वपूर्ण जानकारी।
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दिल के दौरे के बढ़ते मामले: गुजरात में एक युवक की दुखद घटना

दिल के दौरे के कारण

आपने अक्सर सुना होगा कि 'स्वास्थ्य ही धन है', लेकिन क्या आपने इस पर ध्यान दिया है? आपकी सेहत आपकी सबसे बड़ी पूंजी है। आजकल की अस्वस्थ जीवनशैली के बावजूद, आप कितने भी फिट रहने की कोशिश करें, आपका शरीर किसी न किसी समस्या का सामना करता है। हाल के दिनों में दिल के दौरे के बढ़ते मामलों ने इस बात को साबित कर दिया है कि हमारी जीवनशैली कितनी खराब हो चुकी है। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, दिल का दौरा अब आम बात हो गई है। हाल ही में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है जिसमें एक व्यक्ति दुकान पर बैठे-बैठे दिल का दौरा पड़ने से बेहोश हो जाता है।


गुजरात का वायरल वीडियो

इस वायरल वीडियो में एक व्यक्ति कैश काउंटर पर बैठा हुआ अचानक गिर जाता है। लोग उसे पकड़कर उसके सीने पर तेज़ी से पंप कर रहे हैं। यह घटना गुजरात के एक दुकान के सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है। बताया जा रहा है कि इस व्यक्ति की सगाई केवल 5 दिन पहले हुई थी।


स्वास्थ्य विशेषज्ञ की राय

झारखंड के एक मैक्सिलोफेशियल सर्जन और सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ, डॉक्टर अनुज कुमार ने बताया कि बढ़ते कार्डियक अरेस्ट का मुख्य कारण खराब जीवनशैली है। उन्होंने कहा कि दिल की मांसपेशियों का असामान्य रूप से बढ़ना इस समस्या का एक बड़ा कारण है। कई बार यह बिना किसी लक्षण के भी रह सकता है, और यदि कोई व्यक्ति अपने लक्षणों को नजरअंदाज करता है, तो उसे अचानक दिल का दौरा पड़ सकता है।


दिल के दौरे के कारण

डॉक्टर ने तनाव को भी दिल के दौरे का एक कारण बताया। इसके अलावा, एस्टेरॉइड, सप्लीमेंट्स और धूम्रपान जैसी आदतें भी इसके मुख्य कारणों में शामिल हैं। उनका मानना है कि अस्वस्थ आहार भी कार्डियक अरेस्ट का एक बड़ा कारण है।


लक्षणों पर ध्यान दें

डॉक्टर ने कुछ लक्षणों की सूची दी है जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए: सीने में दर्द या जकड़न, बाएं हाथ, कंधे, गर्दन, जबड़े और पीठ में दर्द, सांस लेने में कठिनाई, ठंडे पसीने आना, मतली और चक्कर आना, और बेहोशी या कमजोरी महसूस करना।


महत्वपूर्ण सलाह

डॉक्टर ने नियमित रूप से ईसीजी कराने की सलाह दी है। यदि आपके पास पहले से कोई लक्षण हैं, तो उनकी जांच कराना आवश्यक है। यदि आपकी उम्र 30-35 वर्ष या उससे अधिक है, तो आपको अपने डॉक्टर से नियमित रूप से मिलना चाहिए। सही आहार और व्यायाम भी बहुत महत्वपूर्ण हैं। यदि आपके परिवार में दिल के दौरे का इतिहास है, तो आपको और भी सतर्क रहना चाहिए।