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दिल्ली-एनसीआर में आतंकी खतरा: जैश-ए-मोहम्मद के सदस्यों की तलाश जारी

दिल्ली-एनसीआर में आतंकी हमले का खतरा बना हुआ है, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद के सदस्यों की तलाश जारी है। जांच एजेंसियों ने हाल ही में कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया है और विस्फोटक सामग्री के सुराग भी मिले हैं। फरीदाबाद में एक कार से विस्फोटक के निशान पाए गए हैं, जबकि अन्य संदिग्धों की खोज जारी है। इस मामले में कई स्थानों पर छापेमारी की गई है, और जांच एजेंसियां संभावित आतंकियों के संपर्क में रहे व्यक्तियों की पहचान करने की कोशिश कर रही हैं।
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दिल्ली-एनसीआर में आतंकी खतरा: जैश-ए-मोहम्मद के सदस्यों की तलाश जारी

आतंकी हमले का खतरा बरकरार


नई दिल्ली: हालिया रिपोर्टों के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में आतंकी हमले का खतरा अभी भी बना हुआ है। जांच एजेंसियों को लाल किले के पास हुए विस्फोट में मारे गए जैश-ए-मोहम्मद के सदस्य डॉ. उमर नबी बट से जुड़े कई संदिग्धों की जानकारी मिली है। बताया गया है कि उमर ने इस घटना से पहले इन व्यक्तियों से मुलाकात की थी, और अब ये सभी अपने ठिकानों से फरार हैं। पिछले चार दिनों से, जांच एजेंसियां जम्मू-कश्मीर के पुलवामा से लेकर दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में लगातार छापेमारी कर रही हैं।


विस्फोटक सामग्री के सुराग

सूत्रों के अनुसार, उमर ने लाल ईको स्पोर्ट्स कार के माध्यम से एनसीआर में कई स्थानों पर अमोनियम नाइट्रेट पहुंचाया था। यह कार उसने केवल विस्फोटक ले जाने के लिए फर्जी दस्तावेजों पर खरीदी थी। बुधवार शाम को, यह कार फरीदाबाद के खंदावली गांव से बरामद की गई, जिसमें विस्फोटक पदार्थों के निशान पाए गए हैं।


बाकी विस्फोटक की खोज जारी

जांच में यह सामने आया है कि जैश का फरीदाबाद-सहारनपुर मॉड्यूल धमाके के लिए लगभग 3,200 किलो विस्फोटक इकट्ठा कर चुका था, जिसमें से लगभग 2,923 किलो बरामद कर लिया गया है। बाकी विस्फोटक की खोज जारी है, और एजेंसियों को संदेह है कि शेष विस्फोटक किसी स्थान पर छिपाया गया है।


सुरागों की कमी

धमाके से पहले उमर एक व्यक्ति से मिलने गया था, जिसका अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। संभावना है कि उसने कुछ विस्फोटक उसी व्यक्ति के पास छोड़ा हो। इसके अलावा, धमाके से कुछ घंटे पहले उमर को तुर्कमान गेट स्थित दरगाह फैज-ए-इलाही के पास सीसीटीवी कैमरे में देखा गया था।


खंदावली गांव में तलाशी अभियान

फरीदाबाद पुलिस ने सूचना मिलने के बाद खंदावली गांव में दिनभर तलाशी अभियान चलाया। वहां से बरामद इको स्पोर्ट्स कार फहीम नाम के व्यक्ति ने पार्क की थी, जो उमर का ड्राइवर बताया जा रहा है। उसने कार अपने जीजा फहीमुद्दीन के खाली प्लॉट में खड़ी की थी। एनआईए और एनएसजी की टीमों ने भी गांव में जांच की है। इसके अलावा, नूंह जिले में खाद की दुकानों पर भी छापेमारी की गई, क्योंकि आतंकियों ने वहीं से अमोनियम नाइट्रेट खरीदा था। दुकानदारों से पूछताछ कर उनके वीडियो जम्मू-कश्मीर पुलिस को भेजे गए हैं, ताकि पहचान की जा सके।


श्रीनगर-दिल्ली फ्लाइट टिकट की खोज

जांच में यह भी सामने आया है कि डॉ. आदिल अहमद नाम के एक आरोपी के घर से 31 अक्टूबर का श्रीनगर-दिल्ली फ्लाइट टिकट मिला है, जिससे साबित होता है कि वह धमाके से कुछ दिन पहले दिल्ली आया था। इसके साथ ही, एजेंसी जैश की महिला कमांडर अफीरा बीबी की तलाश कर रही है, जो अजहर महमूद की बहन सादिया के संपर्क में थी। माना जा रहा है कि अफीरा का हाथ दिल्ली धमाके में हो सकता है।


तीन संदिग्धों की गिरफ्तारी

पिछले 24 घंटे में जांच एजेंसियों ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक डॉक्टर भी शामिल है। हापुड़ के पिलखुवा स्थित जीएस मेडिकल कॉलेज में कार्यरत डॉ. फारूख अहमद डार को देर रात गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा, उमर का ड्राइवर फहीम और अल-फलाह यूनिवर्सिटी के एचआर विभाग के कर्मचारी जमील को भी हिरासत में लिया गया है। इन सभी से पूछताछ जारी है ताकि लाल किला धमाके की साजिश की पूरी कड़ी सामने लाई जा सके।