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दिल्ली-एनसीआर में बारिश का कहर: बाढ़ की चेतावनी और प्रशासन की तैयारी

दिल्ली-एनसीआर में सोमवार को हुई भारी बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है, जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। प्रशासन ने गुरुग्राम में स्कूलों को ऑनलाइन संचालित करने और कॉरपोरेट दफ्तरों को वर्क फ्रॉम होम की सलाह दी है। चंडीगढ़ और पंजाब में भी बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। जानें इस स्थिति में प्रशासन की तैयारी और मौसम विभाग के अनुमान के बारे में।
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दिल्ली-एनसीआर में बारिश का कहर: बाढ़ की चेतावनी और प्रशासन की तैयारी

मौसम अपडेट: भारी बारिश का असर

आज का मौसम अपडेट: सोमवार को दिल्ली-एनसीआर में हुई मूसलधार बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया। सड़कों पर जलभराव और ट्रैफिक जाम ने लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग ने आगामी दिनों के लिए भारी से अत्यधिक बारिश का अलर्ट जारी किया है। इस चेतावनी के बाद, प्रशासन ने गुरुग्राम में 2 सितंबर को सभी स्कूलों को ऑनलाइन संचालित करने का निर्देश दिया है। इसके अलावा, कॉरपोरेट दफ्तरों और निजी संस्थानों को वर्क फ्रॉम होम की सलाह दी गई है। चंडीगढ़ प्रशासन ने भी मंगलवार को सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है.


दिल्ली में बाढ़ का खतरा

दिल्ली में बाढ़ का कहर

यमुना नदी का जलस्तर 205.33 मीटर के खतरे के निशान को पार कर गया है, जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि शाम तक नदी का स्तर 206.50 मीटर तक पहुंच सकता है, जिससे शहर में हलचल मच गई है। यमुना के तटों के टूटने से आसपास की बस्तियों में पानी भर गया है, जिससे लोग अपने घरों को छोड़कर शिविरों में शरण ले रहे हैं.


गुरुग्राम में बारिश और प्रशासन की तैयारी

गुरुग्राम में भारी बारिश और प्रशासन की तैयारी

गुरुग्राम जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने सोमवार को बताया कि दोपहर 3 बजे से शाम 7 बजे के बीच 100 मिमी से अधिक बारिश हुई। भारतीय मौसम विभाग ने 2 सितंबर के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। लगातार बारिश के कारण दिल्ली-जयपुर हाईवे पर सिरहौल बॉर्डर से मानेसर तक वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं.


वर्क फ्रॉम होम और ऑनलाइन कक्षाएं

वर्क फ्रॉम होम और ऑनलाइन क्लासेज के आदेश

प्रशासन ने कॉरपोरेट दफ्तरों और निजी संस्थानों को कर्मचारियों को घर से काम करने की अनुमति देने का निर्देश दिया है। सभी स्कूलों को मंगलवार को ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने के लिए कहा गया है.


मौसम विभाग का अनुमान और जलभराव की स्थिति

मौसम विभाग का अनुमान और आसपास जलभराव से बिगड़ी स्थिति

वजीराबाद क्षेत्र में 85 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई है, जिसके कारण कई स्थानों पर जलभराव और जाम की स्थिति बनी हुई है। पालम एयरपोर्ट पर दृश्यता घटकर 800 मीटर तक रह गई है। निजी मौसम एजेंसी स्काइमेट के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने बताया कि यह बारिश मानसून और असामान्य रूप से सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के कारण हो रही है। मौसम विभाग का अनुमान है कि 5 सितंबर तक दिल्ली-एनसीआर में रुक-रुककर बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है.


पंजाब और चंडीगढ़ में बाढ़ जैसे हालात

पंजाब और चंडीगढ़ में बाढ़ जैसे हालात

चंडीगढ़ में भारी बारिश के कारण सड़कें जलमग्न हो गई हैं। प्रशासन ने मंगलवार को सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है। पंजाब के पठानकोट, गुरदासपुर, कपूरथला, तरनतारन, फिरोजपुर और होशियारपुर जिले सबसे अधिक प्रभावित हैं. होशियारपुर जिले के गढ़शंकर और आसपास के गांवों में पानी घरों तक पहुंच गया है. गढ़शंकर के एसडीएम संजीव कुमार ने कहा कि प्रभावित परिवारों को खाने-पीने और अन्य आवश्यक सुविधाएं गुरुद्वारों के माध्यम से उपलब्ध कराई जा रही हैं.


हिमाचल और जम्मू-कश्मीर से बढ़ा खतरा

हिमाचल और जम्मू-कश्मीर से बढ़ा खतरा

हिमाचल और जम्मू-कश्मीर के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश से पंजाब-हरियाणा की स्थिति और बिगड़ गई है। सतलुज, व्यास और रावी नदियां उफान पर हैं। हथिनीकुंड बैराज के कई गेट खोल दिए गए हैं ताकि यमुना पर दबाव कम किया जा सके। अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे सुरक्षित स्थानों पर जाएं और अनावश्यक बाहर न निकलें.