दिल्ली की वायु गुणवत्ता पर जोंटी रोड्स की चिंता, सोशल मीडिया पर चर्चा
दिल्ली की जहरीली हवा पर वैश्विक चिंता
दिल्ली की प्रदूषित हवा अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन चुकी है। दक्षिण अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर जोंटी रोड्स ने राजधानी में वायु गुणवत्ता के निम्न स्तर पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि यहां की हवा को सहन करना कठिन है। इस पर पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर शर्मा ने व्यंग्य करते हुए टिप्पणी की कि अब दिल्ली की हवा पर चर्चा भी वैश्विक हो गई है।
जोंटी रोड्स की चिंता
रोड्स ने रविवार को एक्स (X) पर लिखा, "दिल्ली से रांची जाते समय यहां की हवा की गुणवत्ता देखना हमेशा कठिन लगता है। शुक्र है कि मैं गोवा के एक छोटे मछुआरे गांव में रहता हूं।" उनके इस पोस्ट के साथ ही #AQI और #Whats2Bdone ट्रेंड करने लगे, जिससे दिल्ली की वायु गुणवत्ता पर अंतरराष्ट्रीय ध्यान फिर से आकर्षित हुआ।
पेटीएम के सीईओ का व्यंग्यात्मक उत्तर
रोड्स की टिप्पणी को उद्धृत करते हुए विजय शेखर शर्मा ने लिखा, "अब तो दिल्ली की एयर क्वालिटी के चर्चे वैश्विक हो गए हैं... क्या ही कहें!" उनके इस उत्तर पर यूजर्स ने मजेदार टिप्पणियां कीं। किसी ने कहा, "अब क्रिकेट नहीं, AQI के स्कोर ट्रेंड कर रहे हैं," जबकि किसी ने मजाक किया कि रोड्स के डाइव भी अब हवा को साफ नहीं कर सकते।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
कई लोगों ने दिल्ली की हवा को लेकर निराशा और हंसी के साथ प्रतिक्रिया दी। कुछ ने लिखा, "यह हाल देखकर देश की विकास कहानी पर विश्वास डगमगाने लगता है।" वहीं, कई यूजर्स ने रोड्स से अनुरोध किया कि वे इस मुद्दे पर बोलते रहें ताकि सरकारों पर दबाव बना रहे और अंतरराष्ट्रीय ध्यान बना रहे।
दिल्ली में AQI 'सीवियर' स्तर के करीब
सोमवार की सुबह दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 372 दर्ज किया गया, जो 'वेरी पूअर' श्रेणी में आता है। बवाना में यह 412 तक पहुंच गया, जबकि वज़ीरपुर और जहांगीरपुरी में भी यह 390 से ऊपर रहा। आरके पुरम, लोधी रोड, द्वारका और मथुरा रोड जैसे क्षेत्रों में भी हवा की स्थिति खराब बनी हुई है। विशेषज्ञों ने लोगों को बाहर निकलते समय मास्क पहनने की सलाह दी है।
इंडिया गेट पर प्रदर्शन और गिरफ्तारियां
प्रदूषण के खिलाफ सैकड़ों लोग रविवार को इंडिया गेट पर इकट्ठा हुए और सरकार से सख्त कदम उठाने की मांग की। उन्होंने मास्क पहनकर "क्लीन एयर नाउ" के नारे लगाए। पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया और कहा कि ऐसे प्रदर्शन केवल जंतर मंतर पर किए जा सकते हैं.
