दिल्ली के आश्रम में यौन शोषण का मामला, संचालक फरार

दिल्ली आश्रम मामला
दिल्ली आश्रम मामला: दिल्ली के वसंतकुंज क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित आश्रम में छात्राओं के साथ यौन शोषण का एक गंभीर मामला सामने आया है। आश्रम के संचालक पर आरोप है कि उन्होंने लड़कियों को अश्लील संदेश भेजे और शारीरिक संपर्क बनाने की कोशिश की। इस मामले के उजागर होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज किया और जांच शुरू कर दी है।
मामले का विवरण
दिल्ली के वसंतकुंज में एक प्रमुख दक्षिण भारतीय मठ का आश्रम है, जिसका संचालन स्वामी चैतन्यानंद उर्फ पार्थ सारथी कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि इस आश्रम में प्रबंधन की पढ़ाई होती है, जिसमें लगभग 35 छात्राएं अध्ययन कर रही हैं। इन छात्राओं ने संचालक पर गंभीर आरोप लगाए हैं कि उन्होंने उन्हें अश्लील संदेश भेजे और शारीरिक संपर्क की कोशिश की।
पुलिस ने छात्राओं के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी चैतन्यानंद फरार है, और उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने दबिश दी है। एक महिला ने पुलिस को बताया कि पहली मुलाकात के दौरान संचालक ने उसे गंदे नजरों से देखा। महिला ने यह भी आरोप लगाया कि चैतन्यानंद ने काम के समय के अलावा भी उसे संदेश भेजकर घुलने-मिलने की कोशिश की।
महिला के अनुसार, एक बार आरोपी ने उसे संदेश भेजा जिसमें लिखा था, "मैं तुमसे प्यार करता हूं और तुम आज बहुत खूबसूरत लग रही हो।" इस मामले में कुल 32 छात्रों के बयान दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 17 ने स्वामी पर अपशब्द, अश्लील संदेश और शारीरिक संपर्क के गंभीर आरोप लगाए हैं।
विदेशी यात्राओं के बहाने उत्पीड़न
FIR के अनुसार, कई छात्राओं को विदेशी यात्राओं पर ले जाकर स्वामी ने उन्हें देर रात अपने कमरे में बुलाया। जिन्होंने इन अनुरोधों को ठुकराया, उन्हें डिग्री रोकने या निलंबन की धमकी दी गई। एक छात्रा को तो अपनी इच्छा के खिलाफ नाम बदलने के लिए मजबूर किया गया। जांच में पता चला कि 31 जुलाई को संस्थान की एक पूर्व छात्रा ने पहली बार प्रबंधन को स्वामी की हरकतों के बारे में सूचना दी थी। इसके बाद एयर फोर्स मुख्यालय से भी शिकायतें आईं, क्योंकि कई छात्राएं वायु सेना कर्मियों के परिवारों से थीं।
FIR और पुलिस कार्रवाई
स्वामी पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 75(2), 79 और 351(2) के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने स्वामी की डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट वाली वोल्वो कार जब्त की और 25 अगस्त को दूसरा FIR दर्ज किया। स्वामी गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार जगह बदल रहे हैं और मोबाइल फोन का उपयोग भी नहीं कर रहे।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी इस मामले पर स्वतः संज्ञान लिया है। पुलिस ने संस्थान और स्वामी से जुड़े कई ठिकानों पर छापेमारी की और CCTV फुटेज, हार्ड डिस्क और NVR फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे। स्वामी पर पिछले वर्षों में भी इसी तरह के आरोप लगे हैं। 2009 में रक्षा कॉलोनी और 2016 में वसंत कुंज पुलिस स्टेशन में उनके खिलाफ धोखाधड़ी और यौन उत्पीड़न के मामले दर्ज हुए थे।