दिल्ली के ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि विकास के लिए नई पहल

कृषि मंत्रालय की नई पहचान
कहा, वैज्ञानिकों और किसानों के बीच सीधा संवाद, कृषि विकास में लाएगा क्रांतिकारी परिवर्तन
नई दिल्ली। दिल्ली के ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों की समस्याओं को लंबे समय तक नजरअंदाज किया गया। पहले मुझे भी यह नहीं पता था कि दिल्ली में एक कृषि मंत्रालय है, लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है। हमारी सरकार ने दिल्ली के देहात को उसकी सही पहचान दिलाने का संकल्प लिया है। दिल्ली में किसान भी हैं, खेती भी होती है और अब एक सशक्त कृषि मंत्रालय भी सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है। यह बातें दिल्ली सरकार के कला, संस्कृति, कृषि एवं विकास और पर्यटन मंत्री कपिल मिश्रा ने उत्तर दिल्ली के दरियापुर गांव में कृषि संकल्प अभियान का शुभारंभ करते हुए कही।
केंद्र सरकार का महत्वाकांक्षी कार्यक्रम
यह आयोजन केंद्र सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना के तहत किया गया है, जिसका उद्देश्य किसानों और कृषि वैज्ञानिकों के बीच सीधा संवाद स्थापित करना है। मिश्रा ने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत दिल्ली के 50 स्थानों पर विशेष संवाद कैंप आयोजित किए जाएंगे, जहां कृषि वैज्ञानिक किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों की जानकारी देंगे। इसके साथ ही, उनके अनुभवों और नवाचारों का भी दस्तावेजीकरण किया जाएगा।
इससे न केवल किसानों को लाभ होगा, बल्कि भविष्य की कृषि नीतियों में भी उनका योगदान सुनिश्चित किया जा सकेगा। इस अवसर पर मिश्रा ने खाद की कालाबाजारी करने वालों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, "आज से ही खाद की कालाबाजारी बंद कर दें, अन्यथा सरकार उचित कानूनी कार्रवाई से पीछे नहीं हटेगी। किसानों के अधिकारों से समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।"
कार्यक्रम का राष्ट्रीय स्तर पर विस्तार
मिश्रा ने बताया कि यह अभियान केंद्र सरकार द्वारा पूरे देश में चलाया जा रहा है और इसका उद्देश्य 1.5 करोड़ किसानों तक सीधा संवाद स्थापित करना है। इसमें 700 से अधिक जिलों में 2000 से अधिक वैज्ञानिक दल भाग लेंगे। इस संवाद के माध्यम से वैज्ञानिक किसानों को नई तकनीकों से परिचित कराएंगे और उनके सुझावों का संकलन कर आगे की नीतियों में शामिल किया जाएगा।
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