दिल्ली के लाल किले की अनकही कहानियाँ और संग्रहालय

दिल्ली का लाल किला
दिल्ली का लाल किला: यह ऐतिहासिक किला, जो लाल बलुआ पत्थर से निर्मित है, विश्वभर से पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। इसे भारत की एक महत्वपूर्ण धरोहर माना जाता है। हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर, भारत के प्रधानमंत्री यहीं से राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं और देशवासियों को संबोधित करते हैं। यह स्थल न केवल भारत की शान है, बल्कि यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में भी मान्यता प्राप्त है। आइए, लाल किले के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करें।
लाल किले के चार प्रमुख संग्रहालय
लाल किले में चार संग्रहालय
लाल किले में कुल चार संग्रहालय हैं। पहला स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय, दूसरा आर्मरी संग्रहालय, तीसरा भारत का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय (1857) और चौथा आर्ट गैलरी है। इन संग्रहालयों में भारत के स्वतंत्रता संग्राम, प्राचीन हथियार, चित्रकला, वस्त्र आदि प्रदर्शित किए गए हैं, जिन्हें देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं।
स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय
स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय
इस संग्रहालय में 1857 से 1947 तक के स्वतंत्रता संग्राम से संबंधित वस्तुएं प्रदर्शित की गई हैं। यहां भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद और महात्मा गांधी जैसे स्वतंत्रता सेनानियों से जुड़ी दुर्लभ वस्तुएं और तस्वीरें देखी जा सकती हैं। इसके अलावा, जेलों में उपयोग किए गए बर्तन, हथकड़ियां, पत्र और दस्तावेज भी यहां मौजूद हैं।
आर्मरी संग्रहालय
आर्मरी संग्रहालय
इस संग्रहालय में मुग़ल और ब्रिटिश काल के हथियारों का संग्रह है, जिसमें तलवारें, ढाल, भाले, तोपें और बंदूकें शामिल हैं। यहां सैनिकों की वर्दियां, कवच और युद्ध में उपयोग की गई वस्तुएं भी प्रदर्शित की गई हैं।
भारत का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय
भारत का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय
यह संग्रहालय 1857 के पहले स्वतंत्रता संग्राम पर केंद्रित है, जिसे 'भारत का पहला स्वतंत्रता युद्ध' भी कहा जाता है। इसमें विद्रोही नेताओं, उनके हथियारों, युद्ध की योजनाओं, चित्रों और नक्शों का प्रदर्शन किया जाता है, जो भारत की आजादी के संघर्ष की शुरुआत को समझने में मदद करता है।
आर्ट गैलरी
आर्ट गैलरी
इस गैलरी में भारतीय कला, मुग़ल चित्रकला, हस्तशिल्प, पुराने वस्त्र और सांस्कृतिक वस्तुएं प्रदर्शित की गई हैं। यह संग्रहालय भारत की विविध सांस्कृतिक परंपराओं को दर्शाता है।
लाइट एंड साउंड शो
लाल किले में लाइट एंड साउंड शो
दिल्ली के लाल किले में हर शाम लाइट एंड साउंड शो आयोजित होता है। पहला शो शाम 7:30 बजे और दूसरा शो रात 9:00 बजे होता है। इन शो की कीमत सीट के अनुसार होती है। यह शो भारत के इतिहास, स्वतंत्रता संग्राम और लाल किले की कहानी को रोशनी और ध्वनि के माध्यम से प्रस्तुत करता है।
संग्रहालय का समय
संग्रहालय घूमने का समय
लाल किले का संग्रहालय सुबह 9:30 बजे से शाम 4:30 बजे तक खुला रहता है। सोमवार को यह बंद रहता है। भारतीय नागरिकों के लिए टिकट की कीमत 35 रुपए है, जबकि विदेशी पर्यटकों के लिए यह 500 रुपए है। 15 वर्ष तक के बच्चों के लिए प्रवेश निःशुल्क है।