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दिल्ली के लाल किले के पास धमाका: क्या अल-फ़लाह विश्वविद्यालय का है संबंध?

दिल्ली के लाल किले के पास हुए धमाके ने देश को झकझोर दिया है, जिसमें कई लोगों की जान गई है। प्रारंभिक जांच में इसे फिदायीन हमले के रूप में देखा जा रहा है। इस घटना का संबंध अल-फ़लाह विश्वविद्यालय से भी जुड़ता प्रतीत हो रहा है, जहां से एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने विस्फोटक सामग्री और अन्य हथियारों की बरामदगी की है। जानें इस मामले में क्या नया सामने आया है और पुलिस की जांच की दिशा क्या है।
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दिल्ली के लाल किले के पास धमाका: क्या अल-फ़लाह विश्वविद्यालय का है संबंध?

दिल्ली में धमाके से मचा हड़कंप


फरीदाबाद: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लाल किले के निकट एक कार में हुए विस्फोट ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। इस घटना में 8 से 10 लोगों के मारे जाने और कई अन्य के घायल होने की सूचना है। प्रारंभिक जांच में इसे एक फिदायीन हमले के रूप में देखा जा रहा है। इस धमाके की जांच तेज कर दी गई है, और सुरक्षा एजेंसियां इसके पीछे के कारणों का पता लगाने में जुटी हुई हैं।


क्या अल-फ़लाह विश्वविद्यालय से जुड़े हैं तार?

लाल किले के पास हुए धमाके का संबंध अल-फ़लाह विश्वविद्यालय से भी जुड़ता प्रतीत हो रहा है। हाल ही में, पुलिस ने फरीदाबाद स्थित इस विश्वविद्यालय में पढ़ाने वाले मुजम्मिल को गिरफ्तार किया था।


विस्फोटक सामग्री की बरामदगी

मुजम्मिल की निशानदेही पर पुलिस ने एक घर में छापेमारी की, जहां से 360 किलो विस्फोटक सामग्री बरामद की गई। इसके अलावा, एक कैननकाप राइफल, 5 मैगजीन, एक पिस्टल और बड़ी मात्रा में कारतूस भी मिले। पुलिस को संदेह है कि मुजम्मिल किसी बड़ी आतंकी साजिश की योजना बना रहा था।


3 लोग हिरासत में

कार धमाके के अगले दिन, पुलिस ने फरीदाबाद के अल-फ़लाह विश्वविद्यालय में छापेमारी की। रिपोर्ट के अनुसार, विश्वविद्यालय के लैब में काम करने वाले 3 व्यक्तियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि ये लोग छात्र हैं या कर्मचारी। पुलिस ने इस छापेमारी के संबंध में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। विश्वविद्यालय के अंदर और बाहर सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।


जमातियों की जांच

फरीदाबाद के फतेहपुर तगा गांव की मस्जिदों में भी पुलिस जांच कर रही है। डॉक्टर मुजम्मिल शकील इसी गांव की मस्जिद में नमाज अदा करने आते थे। इसके अलावा, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडू और नूंह से आए जमातियों से भी पूछताछ की गई है। इस दौरान, 4 जमातियों को व्हाट्सऐप चैट डिलीट होने के कारण संदेह के आधार पर हिरासत में लिया गया है।