दिल्ली के लाल किले के पास बम विस्फोट की जांच एनआईए को सौंपी गई
लाल किले के पास बम विस्फोट की जांच
दिल्ली में लाल किले के निकट हुए बम विस्फोट की जांच अब नेशनल इनवेस्टिगेटिव एजेंसी (एनआईए) को सौंप दी गई है।
इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें कई अधिकारियों ने भाग लिया। इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि एनआईए को इस मामले की जिम्मेदारी दी जाएगी, ताकि स्थिति को स्पष्ट किया जा सके।
इस विस्फोट में कम से कम 10 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इससे पहले, दिल्ली पुलिस और अन्य जांच एजेंसियों ने हमले की जांच के लिए एक टीम बनाई थी, जिसमें 500 से अधिक जवान और अधिकारी शामिल थे। इसके अलावा, 1000 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की जांच की जा रही है ताकि हमले से जुड़े अन्य पहलुओं का पता लगाया जा सके।
दिल्ली में हुए इस हमले के बाद, अन्य राज्यों की पुलिस भी सुरक्षा को लेकर सतर्क हो गई है। दिल्ली से सटे राज्यों में आने वाले वाहनों की गहन जांच की जा रही है ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके।
सूत्रों के अनुसार, विस्फोट में प्रयुक्त कार फरीदाबाद के सेक्टर 37 में एक सेकेंड हैंड डीलर से खरीदी गई थी। यह आई-20 कार सलमान के पास थी, जिसे सोमवार को गिरफ्तार किया गया।
जानकारी के अनुसार, इस कार का मालिकाना हक कई बार बदला गया है। पहले इसे नदीम को बेचा गया, फिर फरीदाबाद के सेकेंड हैंड डीलर को। इसके बाद आमिर ने इसे खरीदा, फिर तारीक ने, जिस पर फरीदाबाद के आतंकी मॉड्यूल से जुड़े होने का संदेह है। अंत में, मोहम्मद उमर ने इसे खरीद लिया था।
