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दिल्ली क्राइम ब्रांच ने एक साल पुरानी हत्या की गुत्थी सुलझाई

दिल्ली क्राइम ब्रांच ने एक साल पुरानी हत्या की गुत्थी को सुलझाते हुए सोनिया और उसके प्रेमी रोहित को गिरफ्तार किया है। यह मामला प्रीतम प्रकाश की हत्या से जुड़ा है, जिसमें सोनिया पर अपने पति की हत्या की सुपारी देने का आरोप है। जांच में पता चला कि प्रीतम का फोन रोहित के पास था, जिसने हत्या की साजिश का खुलासा किया। जानें इस जटिल मामले की पूरी कहानी और कैसे पुलिस ने आरोपियों को पकड़ा।
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दिल्ली क्राइम ब्रांच ने एक साल पुरानी हत्या की गुत्थी सुलझाई

सोनम रघुवंशी जैसे एक और हत्या का मामला

सोनम रघुवंशी जैसे एक और हत्या का मामला: दिल्ली क्राइम ब्रांच ने एक साल बाद एक और हत्या की गुत्थी को सुलझा लिया है। इस मामले में प्रीतम प्रकाश की हत्या की गई थी, जो राजा रघुवंशी की तरह ही एक खाई में मिली थी। राजा की हत्या का आरोप सोनम पर था, जबकि प्रीतम की हत्या के लिए सोनिया को गिरफ्तार किया गया। सोनम के प्रेमी राज कुशवाहा को भी इस मामले में शामिल माना गया, जबकि रोहित को सोनिया का सहयोगी बताया गया। सोनम पर अपने पति राजा की हत्या की सुपारी देने का आरोप था, वहीं सोनिया पर भी अपने पति प्रीतम की हत्या के लिए किसी को सुपारी देने का आरोप है।


दिल्ली पुलिस ने एक साल पुरानी हत्या की गुत्थी सुलझाई

दिल्ली के अलीपुर निवासी सोनिया और उसके प्रेमी रोहित को दिल्ली क्राइम ब्रांच ने अपने पति की हत्या और शव को ठिकाने लगाने की साजिश के आरोप में गिरफ्तार किया है। यह मामला हरियाणा के सोनीपत में एक साल पुराना है। क्राइम ब्रांच के अनुसार, यह घटना जुलाई 2024 की है।

सोनीपत के गन्नौर थाना क्षेत्र में एक अज्ञात शव मिलने के बाद हत्या का मामला दर्ज किया गया था। इस बीच, जब हिस्ट्रीशीटर प्रीतम प्रकाश की गुमशुदगी की जांच शुरू हुई, तो उसकी पत्नी सोनिया की शिकायत सामने आई।


पुलिस ने प्रेमी रोहित तक कैसे पहुंची

सोनिया ने 20 जुलाई 2024 को शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके पति प्रीतम प्रकाश 5-6 जुलाई की रात को लापता हो गए थे। क्राइम ब्रांच की जांच में प्रीतम के फोन की आखिरी लोकेशन सोनीपत के जाजी गाँव में मिली। प्रीतम का फोन सोनिया के प्रेमी रोहित के पास था, जिसने पहले तो जांच को भटकाने की कोशिश की।

जब पुलिस ने सख्ती दिखाई, तो रोहित ने सोनिया के साथ अवैध संबंधों की बात स्वीकार की और हत्या की साजिश का खुलासा किया। उसने बताया कि सोनिया ने उसके पति की हत्या की सुपारी दी थी और हत्या के बाद फोन उसे सौंप दिया था।


सोनिया के सबूतों के सामने आने पर स्थिति बदल गई

रोहित के कबूलनामे के बाद सोनिया को हिरासत में लिया गया। उसने पहले पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन सबूतों के सामने आने पर वह टूट गई। उसने अपनी बहन के देवर विजय को प्रीतम की हत्या के लिए पैसे देने की बात स्वीकार की।

उसने पुलिस को बताया कि उसका पति प्रीतम कई आपराधिक मामलों में शामिल था। रोहित ने प्रीतम की हत्या अकेले करने से इनकार किया और कहा कि किसी और को काम पर रखना होगा। इस बीच, रोहित के खिलाफ मामला दर्ज हो गया और वह भूमिगत हो गया।


प्रीतम प्रकाश की हत्या की योजना

सोनिया के अनुसार, 2 जुलाई 2024 को पति प्रीतम से झगड़े के बाद, वह रोहित की टैक्सी से गन्नौर में अपनी बहन के घर गई थी। 5 जुलाई को जब प्रीतम उसे लेने आया, तो सोनिया ने प्रीतम की हत्या की साजिश का खुलासा किया। उसे और तीसरे आरोपी विजय को एक लाख रुपये की सुपारी दी गई थी। विजय ने प्रीतम की हत्या कर दी।

अगले दिन सोनिया दिल्ली लौट आई और गुमशुदगी की झूठी शिकायत दर्ज कराई। बाद में उसने प्रीतम का तिपहिया वाहन 4.5 लाख रुपये में बेच दिया और अपने कर्ज चुकाए।


एक गलती ने तीनों आरोपियों को पकड़ा

सोनिया और रोहित की एक गलती के कारण दिल्ली क्राइम ब्रांच तीनों को पकड़ने में सफल रही। दरअसल, प्रीतम की हत्या के कुछ महीने बाद, सोनिया ने प्रीतम का मोबाइल रोहित को नष्ट करने के लिए दिया, जबकि उसे खुद ही नष्ट करना चाहिए था।

रोहित ने भी उसे नष्ट करने के बजाय खुद ही इस्तेमाल करना शुरू कर दिया, जिसके कारण उसकी गिरफ्तारी हुई। तीसरे आरोपी विजय को जून 2025 में एक अलग चोरी के मामले में गिरफ्तार किया गया था। अधिकारियों ने बताया कि जुलाई 2024 में अज्ञात शव के पोस्टमार्टम के दौरान लिए गए डीएनए नमूनों को संरक्षित कर लिया गया है और आगे की फोरेंसिक जांच जारी है।