दिल्ली पुलिस ने गैंगस्टर रोमिल वोहरा को मुठभेड़ में ढेर किया

दिल्ली-हरियाणा सीमा पर मुठभेड़
दिल्ली गैंगस्टर का अंत: दिल्ली-हरियाणा सीमा के निकट मंगलवार की सुबह एक गंभीर मुठभेड़ में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कुख्यात गैंगस्टर रोमिल वोहरा को मार गिराया। इस ऑपरेशन में दो पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। वोहरा, जो काला राणा-नोनी राणा गिरोह का शार्पशूटर था, कई हत्याओं और आपराधिक गतिविधियों में वांछित था।
पुलिस की कार्रवाई
सूत्रों के अनुसार, दिल्ली पुलिस की काउंटर-इंटेलिजेंस यूनिट को हरियाणा पुलिस से सूचना मिली थी कि वोहरा दिल्ली-हरियाणा सीमा पर सक्रिय है। इस सूचना के आधार पर, दोनों राज्यों की पुलिस ने मिलकर एक अभियान चलाया। जब पुलिस ने उसे घेरने की कोशिश की, तो वोहरा ने गोलीबारी शुरू कर दी और भागने का प्रयास किया। पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की, जिसमें वोहरा मारा गया। इस दौरान सब-इंस्पेक्टर प्रवीण और रोहन घायल हो गए, जिन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
रोमिल वोहरा का आपराधिक इतिहास
रोमिल वोहरा हरियाणा के यमुनानगर में 14 जून को शराब कारोबारी शांतनु की हत्या का मुख्य आरोपी था। शांतनु, जो 12 जिलों में शराब का कारोबार करते थे, की शाहाबाद में दो बाइक सवार हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके अलावा, वोहरा पिछले साल यमुनानगर में हुई एक गोलीबारी में भी शामिल था, जहां उसने कथित तौर पर चार लोगों की हत्या की थी। उसके खिलाफ हत्या, जबरन वसूली और आर्म्स एक्ट के तहत कई मामले दर्ज थे।
गिरोह को बड़ा झटका
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वोहरा की मौत से उत्तर भारत में काला राणा-नोनी राणा गिरोह को बड़ा झटका लग सकता है। यह गिरोह लंबे समय से हरियाणा और दिल्ली में आपराधिक गतिविधियों में संलग्न था। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “वोहरा का मारा जाना पुलिस के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। इससे क्षेत्र में अपराध पर नियंत्रण पाने में मदद मिलेगी।”
घायल पुलिसकर्मियों की स्थिति
घायल सब-इंस्पेक्टर प्रवीण और रोहन का अस्पताल में इलाज चल रहा है। उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है। पुलिस ने क्षेत्र में सघन तलाशी अभियान शुरू कर दिया है ताकि गिरोह के अन्य सदस्यों का पता लगाया जा सके।