दिल्ली बम धमाके में नया मोड़: यासिर अहमद डार की गिरफ्तारी से खुलेंगे कई राज
यासिर अहमद डार की गिरफ्तारी
जम्मू कश्मीर के शोपियां निवासी यासिर अहमद डार को हाल ही में गिरफ्तार किया गया है। जांच एजेंसी के अनुसार, वह आत्मघाती हमलावर का करीबी सहयोगी था। एनआईए ने उसे नई दिल्ली से पकड़ा है। अधिकारियों का कहना है कि डार लंबे समय से अन्य संदिग्धों के संपर्क में था और उसकी भूमिका केवल सहायक तक सीमित नहीं थी। उसकी सक्रिय भागीदारी के संकेत मिले हैं, जिसके आधार पर उसे गिरफ्तार किया गया।
कोर्ट का हिरासत का आदेश
दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने एनआईए की दलीलें सुनने के बाद डार को 26 दिसंबर तक हिरासत में भेजने का आदेश दिया। कोर्ट ने कहा कि पूछताछ के लिए हिरासत आवश्यक है। सुरक्षा कारणों से सुनवाई बंद कमरे में हुई। अदालत को बताया गया कि साजिश की कड़ियां अभी पूरी तरह से नहीं जुड़ी हैं, और आरोपी से और जानकारी निकलने की संभावना है।
एनआईए के खुलासे
एनआईए का कहना है कि डार ने धमाके की साजिश में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। एजेंसी के अनुसार, उसने आत्मघाती अभियानों को अंजाम देने की शपथ ली थी और वह अन्य आरोपियों के साथ लगातार संपर्क में था। इन आरोपियों में आत्मघाती हमलावर और साजिशकर्ता शामिल हैं। एनआईए ने बताया कि डार ने कई बैठकों में भाग लिया, जहां हमले की योजना बनाई गई।
धमाके का विवरण
यह बम धमाका 10 नवंबर की शाम लगभग सात बजे हुआ था, जो दिल्ली के लाल किला क्षेत्र के पास हुआ। विस्फोट एक चलती हुई आई-20 कार में हुआ, जिसे कथित आत्मघाती हमलावर चला रहा था। धमाका इतना भयंकर था कि इलाके में दहशत फैल गई, जिसमें 15 लोगों की जान चली गई और दो दर्जन से अधिक लोग घायल हुए।
पहले गिरफ्तार आरोपियों की स्थिति
इससे पहले एनआईए ने इस मामले में आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया था। 15 दिसंबर को कोर्ट ने दो आरोपियों की हिरासत बढ़ाई थी, जिनमें एक डॉक्टर भी शामिल था। कोर्ट ने उनके सिग्नेचर सैंपल लेने की अनुमति दी थी, ताकि साजिश से जुड़े दस्तावेजों की जांच की जा सके। एनआईए लगातार तकनीकी सबूत जुटा रही है।
जांच की प्रगति
एनआईए अब तक 73 गवाहों के बयान दर्ज कर चुकी है, जिनमें धमाके में घायल लोग भी शामिल हैं। एजेंसी का कहना है कि सबूतों की कड़ी मजबूत हो रही है, और डिजिटल तथा फॉरेंसिक साक्ष्य भी एकत्र किए गए हैं। हर आरोपी की भूमिका अलग-अलग बताई जा रही है, और एनआईए किसी भी कड़ी को छोड़ना नहीं चाहती।
गिरफ्तारी का महत्व
यासिर अहमद डार की गिरफ्तारी को जांच में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। अधिकारियों के अनुसार, इससे साजिश की पूरी तस्वीर स्पष्ट हो सकती है। एनआईए को उम्मीद है कि इससे नेटवर्क की जानकारी मिलेगी। यह गिरफ्तारी दर्शाती है कि जांच सही दिशा में आगे बढ़ रही है, और अदालत की निगरानी में पूछताछ से नए खुलासे हो सकते हैं।
