दिल्ली में अंतरराज्यीय ब्राह्मण सम्मेलन: समान अधिकारों की दिशा में मुख्यमंत्री का संकल्प

मुख्यमंत्री का संदेश
नई दिल्ली: दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता ने अंतरराज्यीय ब्राह्मण सम्मेलन में कहा कि भगवान परशुराम का जीवन ज्ञान, साहस और मर्यादा का अद्भुत उदाहरण है। उन्होंने बताया कि उनके आदर्श हमें यह सिखाते हैं कि धर्म का असली अर्थ केवल आचरण में नहीं, बल्कि समाज के प्रति जिम्मेदारी निभाने में भी है। यह कार्यक्रम पीतमपुरा के वेस्ट एन्क्लेव में श्री मैथिली ब्राह्मण सभा द्वारा आयोजित किया गया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ब्राह्मण समाज ने हमेशा ज्ञान, संस्कृति और धर्म के माध्यम से समाज को दिशा दी है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि दिल्ली सरकार का उद्देश्य हर वर्ग को समान अवसर प्रदान करना और सभी समुदायों के योगदान को सम्मानित करना है।
इस सम्मेलन में दिल्ली सरकार के समाज कल्याण मंत्री श्री रविन्द्र इन्द्रराज सिंह, हरियाणा सरकार के मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा, विधायक श्रीमती पूनम भारद्वाज और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने समाज के सदस्यों को भगवान परशुराम के जीवन और शिक्षाओं से प्रेरणा लेने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने समाज की एकजुटता को उसकी सबसे बड़ी ताकत बताते हुए कहा कि संगठित समाज ही सच्ची प्रगति कर सकता है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि ब्राह्मण समाज केवल शास्त्रों के उपासक नहीं, बल्कि शस्त्रों के रक्षक भी रहे हैं, जिन्होंने धर्म, शिक्षा और सद्भावना की ज्योति को जलाए रखा है।
मुख्यमंत्री ने दिल्ली के विकास में सभी वर्गों के सहयोग की अपील की और कहा कि अब समय आ गया है कि दिल्ली अपने विकास की गति को तेज करे। उन्होंने उपस्थित जनसमूह का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनका सहयोग दिल्ली के समग्र विकास और हर वर्ग की प्रगति के लिए प्रेरणा है। ऐसे आयोजन न केवल सांस्कृतिक एकता को मजबूत करते हैं, बल्कि समाज में सेवा, सहयोग और समरसता के भाव को भी बढ़ावा देते हैं।