दिल्ली में आत्मघाती हमले से 9 की मौत, जांच में फरीदाबाद मॉड्यूल का हाथ
दिल्ली में हुआ आत्मघाती हमला
दिल्ली में ब्लास्ट की घटना: लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए विस्फोट में अब तक 9 लोगों की जान जा चुकी है और 20 अन्य घायल हुए हैं। यह घटना एक आत्मघाती हमले के रूप में सामने आई है, जिसमें कार में विस्फोटक भरकर हमला किया गया। जांच एजेंसियों के अनुसार, इस हमले का संबंध फरीदाबाद के आतंकी मॉड्यूल से है।
एक दिन पहले फरीदाबाद में बड़ी मात्रा में विस्फोटक (अमोनियम नाइट्रेट) बरामद हुए थे, जिसके बाद दिल्ली पुलिस और अन्य एजेंसियां डॉक्टर उमर मोहम्मद की तलाश में जुट गई थीं। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, उमर मोहम्मद को पकड़े जाने का डर था, जिसके चलते उसने इस हमले की योजना बनाई।
जानकारी के अनुसार, धमाके के समय उमर मोहम्मद अकेला था। उसने अपने दो सहयोगियों के साथ मिलकर हमले की योजना बनाई और कार में डेटोनेटर लगाकर विस्फोट किया। उमर मोहम्मद कश्मीर का निवासी है। हमले में इस्तेमाल की गई I-20 कार मोहम्मद सलमान की थी, जिसका नंबर HR 26 7624 था।
मोहम्मद सलमान ने यह कार नदीम को बेची, जिसने इसे एक कार डीलर, रॉयल कार जोन फरीदाबाद को बेचा। इसके बाद तारिक ने इसे खरीदा और अंततः उमर ने इसे अपने पास रखा। इस मामले में मोहम्मद सलमान और तारिक को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में यूएपीए की धारा 16 और 18 के तहत एफआईआर दर्ज की है, जो आतंकी गतिविधियों से संबंधित है। इसके साथ ही विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धारा 3 और 4 भी जोड़ी गई है। हत्या और हत्या के प्रयास की धाराएं भी एफआईआर में शामिल की गई हैं।
प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि लाल किला ब्लास्ट में अमोनियम नाइट्रेट के निशान हो सकते हैं, लेकिन इसकी पुष्टि FSL रिपोर्ट के बाद ही होगी। मंगलवार को FSL की पहली रिपोर्ट आने की संभावना है।
