Newzfatafatlogo

दिल्ली में आवारा कुत्तों पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला: बॉलीवुड सितारों की तीखी प्रतिक्रिया

दिल्ली-एनसीआर में आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या और रेबीज से हो रही मौतों के मद्देनज़र सुप्रीम कोर्ट ने एक महत्वपूर्ण फैसला सुनाया है। इस आदेश के बाद बॉलीवुड सितारों ने तीखी प्रतिक्रियाएँ दी हैं। जॉन अब्राहम ने इसे 'गैर-व्यवहारिक' बताया, जबकि वरुण धवन और जान्हवी कपूर ने इसे 'सभी कुत्तों के लिए मौत की सजा' कहा। जानें इस मुद्दे पर और क्या कहा गया है और आगे की योजना क्या है।
 | 
दिल्ली में आवारा कुत्तों पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला: बॉलीवुड सितारों की तीखी प्रतिक्रिया

सुप्रीम कोर्ट का महत्वपूर्ण निर्णय

दिल्ली-एनसीआर में आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या और रेबीज से होने वाली मौतों के संदर्भ में, सुप्रीम कोर्ट ने 11 अगस्त को एक महत्वपूर्ण आदेश जारी किया। कोर्ट ने निर्देश दिया कि सभी आवारा कुत्तों को सार्वजनिक स्थलों से हटाकर शेल्टर होम्स में रखा जाए। इस फैसले के बाद देशभर में बहस छिड़ गई, विशेषकर बॉलीवुड से कई प्रतिक्रियाएँ आईं।


जॉन अब्राहम का पत्र

अभिनेता और पशु अधिकार कार्यकर्ता जॉन अब्राहम ने भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) बी.आर. गवई को एक पत्र भेजकर इस निर्णय की समीक्षा की मांग की है। उन्होंने इसे 'गैर-व्यवहारिक और अमानवीय' करार दिया। पत्र में उन्होंने कहा, "दिल्ली के ये कुत्ते 'आवारा' नहीं, बल्कि सामुदायिक कुत्ते हैं, जिन्हें स्थानीय लोग अपनाते हैं और प्यार करते हैं।" जॉन ने यह भी बताया कि यह निर्णय 'एनिमल बर्थ कंट्रोल (एबीसी) नियम 2023' का उल्लंघन करता है, जो कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण को अनिवार्य बनाता है।


वरुण धवन और जान्हवी कपूर की प्रतिक्रिया

बॉलीवुड के सितारे वरुण धवन और जान्हवी कपूर ने भी इंस्टाग्राम पर इस फैसले का विरोध किया। उन्होंने इसे "सभी कुत्तों के लिए मौत की सजा" बताया और साझा पोस्ट में लिखा, "वे इसे खतरा कहते हैं, हम इसे दिल की धड़कन कहते हैं।"


वीर दास की अपील

कॉमेडियन और अभिनेता वीर दास ने इंस्टाग्राम पर लोगों से अपील की कि वे दिल्ली की सड़कों से इंडी कुत्तों को गोद लें। उन्होंने कहा, "ये कुत्ते कम रखरखाव वाले, स्वस्थ और बेहद वफादार होते हैं।" इसके साथ ही, उन्होंने नज़दीकी पशु कल्याण संस्थाओं की मदद करने की भी अपील की।


सान्या मल्होत्रा का संदेश

अभिनेत्री सान्या मल्होत्रा ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी के माध्यम से अपनी भावनाएं साझा कीं। उन्होंने लिखा, "ये कुत्ते केवल आवारा जानवर नहीं हैं। ये वो साथी हैं जो दुकानों के बाहर बैठते हैं, बच्चों की राह देखते हैं और अकेलेपन में लोगों का साथ निभाते हैं।" उन्होंने समाधान के तौर पर बड़े पैमाने पर नसबंदी, टीकाकरण, सामुदायिक फीडिंग ज़ोन और गोद लेने की वकालत की।


आगे की योजना

सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार, दिल्ली-एनसीआर में छह से आठ हफ्तों के भीतर 5,000 क्षमता वाले शेल्टर बनाए जाएंगे। इनमें टीकाकरण और नसबंदी की सुविधाएँ उपलब्ध होंगी। इसके साथ ही, कुत्तों के काटने की घटनाओं की रिपोर्टिंग के लिए हेल्पलाइन और सीसीटीवी निगरानी का भी प्रावधान किया गया है।