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दिल्ली में गैंगस्टर मिस्बाह की हत्या: पुलिस ने दो आरोपियों को किया गिरफ्तार

दिल्ली के सीलमपुर में गैंगस्टर मिस्बाह की हत्या के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मिस्बाह पर हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया और अस्पताल में उसकी मौत हो गई। जांच में पता चला है कि वह पहले छेनू गैंग के लिए काम करता था और हाल ही में हाशिम बाबा गैंग से जुड़ा था। जानें इस गैंगवार के पीछे की पूरी कहानी और पुलिस की कार्रवाई के बारे में।
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दिल्ली में गैंगस्टर मिस्बाह की हत्या: पुलिस ने दो आरोपियों को किया गिरफ्तार

दिल्ली के सीलमपुर में गैंगस्टर की हत्या

नई दिल्ली। दिल्ली के सीलमपुर क्षेत्र में हाशिम बाबा गैंग के एक सदस्य की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान 22 वर्षीय मिस्बाह के रूप में हुई है। हमलावरों ने उस पर 20 से अधिक गोलियां चलाईं, जिनमें से लगभग 15 गोलियां उसे लगीं।

गैंगस्टर प्रिंस काजी और अब्दुल्ला की गिरफ्तारी

दिल्ली पुलिस के अनुसार, मिस्बाह पर हत्या और हत्या के प्रयास जैसे कई गंभीर अपराधों के मामले दर्ज हैं। पुलिस ने इस हत्या के सिलसिले में गैंगस्टर प्रिंस काजी और अब्दुल्ला को गिरफ्तार किया है। एक को स्पेशल सेल ने और दूसरे को स्थानीय पुलिस ने पकड़ा है। दोनों पर हाशिम बाबा गैंग से जुड़े मिस्बाह की हत्या का आरोप है।

पुलिस उपायुक्त आशीष मिश्रा ने बताया कि बृहस्पतिवार रात लगभग 10:40 बजे सीलमपुर थाना पुलिस को जामा मस्जिद के पास गोलीबारी की सूचना मिली। सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और देखा कि एक युवक गंभीर रूप से घायल अवस्था में कार के पास पड़ा है। उसे तुरंत जग प्रवेश अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मौके से कई साक्ष्य जुटाए।

जांच में यह भी पता चला कि मिस्बाह जुलाई में जेल से बाहर आया था। बृहस्पतिवार की रात वह कॉफी पीने के लिए कार से आया था, तभी बाइक पर सवार हमलावरों ने उस पर फायरिंग कर दी। मिस्बाह ने अपनी जान बचाने के लिए कार के पीछे छिपने की कोशिश की, लेकिन हमलावरों ने उसे घेरकर गोलीबारी की। पुलिस इसे गैंगवार मान रही है और विरोधी छेनू गैंग के सदस्यों की पहचान करने में जुटी है। मिस्बाह पर हत्या, हत्या का प्रयास, लूट और शस्त्र अधिनियम के तहत सात मामले दर्ज हैं।

मिस्बाह का पूर्व गैंग संबंध

प्रारंभिक जांच से पता चला है कि मिस्बाह पहले छेनू गैंग के लिए काम करता था। उसने छेनू के रिश्तेदार मुमताज के भतीजे शब्बू के साथ मिलकर कई अपराध किए थे। 2023 में, उसने शब्बू के साथ मिलकर हाशिम बाबा गैंग के दो सदस्यों की हत्या की थी। जेल में रहने के दौरान, मिस्बाह और शब्बू ने हाशिम बाबा गैंग में शामिल हो गए।