दिल्ली में गोगी गैंग के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई: मुठभेड़ में तीन गिरफ्तार

दिल्ली में मुठभेड़ का घटनाक्रम
दिल्ली के रोहिणी बुध विहार क्षेत्र में शनिवार को दिल्ली पुलिस और कुख्यात गोगी गैंग के बीच एक गंभीर मुठभेड़ हुई। यह मुठभेड़ तब शुरू हुई जब गैंग के सदस्य एक खतरनाक कार में सवार होकर हथियारों से लैस थे और पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। इस मुठभेड़ में पुलिस ने तीन गैंग सदस्यों को गिरफ्तार किया, जबकि दो अन्य घायल हो गए।
गिरफ्तार अपराधियों की जानकारी
पुलिस ने इरफ़ान और लालू नामक दो अपराधियों को गोली लगने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया। तीसरे आरोपी नितेश को बिना किसी चोट के हिरासत में लिया गया। मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने अपराधियों की कार और उनके हथियार भी बरामद किए।
#WATCH | Delhi: An encounter occurred between Police officers from the Budh Vihar police station in Delhi's Rohini district and five suspected criminals. The team of Budh Vihar SHO Karuna Sagar arrested three armed criminals after the encounter. Two criminals were shot during the… pic.twitter.com/VYeEmxRcw3
— ANI (@ANI) September 20, 2025
संगठित अपराध पर कड़ी कार्रवाई
गोगी गैंग को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में जबरन वसूली, धमकी और अन्य आपराधिक गतिविधियों के लिए जाना जाता है। यह मुठभेड़ पुलिस की व्यापक कार्रवाई का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य अपराधी नेटवर्क को ध्वस्त करना और कानून-व्यवस्था को बहाल करना है।
जांच और निगरानी की प्रक्रिया
दिल्ली पुलिस ने रोहिणी और उसके आस-पास के क्षेत्रों में गश्त बढ़ा दी है और खुफिया जानकारी जुटा रही है। अधिकारी फरार अन्य सदस्यों को पकड़ने के प्रयास कर रहे हैं और भविष्य में होने वाली आपराधिक घटनाओं को रोकने के लिए निगरानी को तेज कर दिया गया है।
ऑपरेशन आघाट का विवरण
दिल्ली पुलिस ने हाल ही में 'ऑपरेशन आघाट' नामक अभियान चलाया, जिसके तहत 50 से अधिक अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। इस समन्वित छापेमारी में पुलिस ने 13 पिस्तौल और भारी मात्रा में ड्रग्स भी जब्त किए। यह कार्रवाई संगठित अपराध, मादक पदार्थों की तस्करी और जन सुरक्षा सुनिश्चित करने के प्रयास का हिस्सा है।
कानून-व्यवस्था में सुधार का प्रयास
इस अभियान और मुठभेड़ से यह स्पष्ट होता है कि दिल्ली पुलिस अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने में पीछे नहीं हटेगी। अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई से न केवल गैंगस्टरों का मनोबल टूटता है, बल्कि आम नागरिकों की सुरक्षा भी बेहतर होती है।