दिल्ली में घने कोहरे का कहर: हवाई और रेल यातायात पर पड़ा गंभीर असर
कोहरे की चादर में लिपटा उत्तर भारत
नई दिल्ली: पिछले कुछ दिनों से उत्तर भारत घने कोहरे की चपेट में है। हर सुबह आसमान पर धुंध की मोटी परत छा जाती है, जिससे दृश्यता में भारी कमी आई है। रविवार को भी स्थिति में कोई खास सुधार नहीं हुआ, जिसका सीधा असर हवाई, रेल और सड़क यातायात पर पड़ा। कोहरे के कारण यात्रियों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ा और कई लोग अपने गंतव्य तक समय पर नहीं पहुंच सके।
हवाई यातायात पर कोहरे का प्रभाव
घने कोहरे का सबसे अधिक असर हवाई सेवाओं पर पड़ा। दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने और उतरने वाली 200 से अधिक फ्लाइट्स में देरी हुई। खराब दृश्यता के कारण कई विमानों को रनवे पर लंबा इंतजार करना पड़ा, जबकि कुछ उड़ानों के समय में बदलाव भी किया गया। यात्रियों को घंटों एयरपोर्ट पर रुकना पड़ा, जिससे अव्यवस्था की स्थिति उत्पन्न हुई।
रेल सेवाओं में भी देरी
हवाई सेवाओं के साथ-साथ रेल यातायात भी कोहरे से प्रभावित हुआ। उत्तरी रेलवे के अनुसार, 50 से अधिक ट्रेनें अपने निर्धारित समय से देरी से चलीं। कई ट्रेनों की गति सुरक्षा कारणों से कम रखी गई, जिससे लंबी दूरी की यात्रा और भी अधिक समय लेने लगी। विशेष रूप से उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली को जोड़ने वाली ट्रेनें अधिक प्रभावित रहीं।
भारतीय विमानन प्राधिकरण की सलाह
भारतीय विमानन प्राधिकरण (AAI) ने रविवार को यात्रियों के लिए एक एडवाइजरी जारी की। इसमें कहा गया कि उत्तर भारत के कई क्षेत्रों में कोहरे के कारण दृश्यता प्रभावित हो रही है और कुछ हवाई अड्डों पर उड़ानों के संचालन में देरी या बदलाव संभव है। प्राधिकरण ने यात्रियों को सलाह दी कि वे एयरपोर्ट पहुंचने से पहले अपनी एयरलाइनों से उड़ान की स्थिति की जानकारी अवश्य लें और यात्रा के लिए अतिरिक्त समय रखें।
दिल्ली एयरपोर्ट का अपडेट
दिल्ली एयरपोर्ट प्रशासन ने सुबह 10 बजे जारी की गई सूचना में कहा कि आईजीआई एयरपोर्ट पर परिचालन सामान्य रूप से जारी है। हालांकि, यात्रियों को सलाह दी गई कि वे अपनी फ्लाइट के अपडेटेड शेड्यूल के लिए संबंधित एयरलाइनों या एयरपोर्ट की आधिकारिक वेबसाइट पर नजर रखें। प्रशासन ने यात्रियों से संयम बरतने और सुरक्षा निर्देशों का पालन करने की अपील की।
दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति
कोहरे के साथ-साथ दिल्ली में वायु प्रदूषण की समस्या भी गंभीर बनी हुई है। रविवार सुबह राजधानी एक बार फिर जहरीली धुंध की मोटी परत में लिपटी नजर आई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, सुबह करीब 7 बजे दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 390 दर्ज किया गया, जो 'अत्यंत खराब' श्रेणी में आता है। कई क्षेत्रों में यह स्तर 'गंभीर' तक पहुंच गया।
स्वास्थ्य पर प्रभाव
घना कोहरा और खराब वायु गुणवत्ता न केवल यातायात, बल्कि लोगों की सेहत के लिए भी खतरा बन रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि बुजुर्गों, बच्चों और सांस के मरीजों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। अनावश्यक बाहर निकलने से बचने और मास्क का उपयोग करने की सलाह दी जा रही है।
भविष्य में राहत की संभावना कम
मौसम विभाग के अनुसार, फिलहाल उत्तर भारत में कोहरे से तुरंत राहत मिलने की संभावना कम है। ऐसे में यात्रियों और आम लोगों को सतर्क रहने और मौसम से जुड़ी ताजा जानकारियों पर नजर बनाए रखने की आवश्यकता है।
