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दिल्ली में ट्रांजिट-ओरिएंटेड डेवलपमेंट नीति का जल्द लागू होना

केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने दिल्ली में ट्रांजिट-ओरिएंटेड डेवलपमेंट (TOD) नीति को लागू करने की घोषणा की है। यह नीति राजधानी की सड़कों पर यातायात को कम करने, बहुमंजिला इमारतों को बढ़ावा देने और सार्वजनिक परिवहन को बेहतर बनाने के लिए बनाई गई है। मंत्री ने बताया कि मेट्रो के निकट हाई राइज इमारतों का निर्माण किया जाएगा, जिससे मेट्रो का उपयोग बढ़ेगा और सड़क पर भीड़भाड़ कम होगी। इसके अलावा, भारत अगले तीन वर्षों में मेट्रो विस्तार में अमेरिका को पीछे छोड़ने की तैयारी में है।
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दिल्ली में ट्रांजिट-ओरिएंटेड डेवलपमेंट नीति का जल्द लागू होना

दिल्ली में TOD नीति का कार्यान्वयन

दिल्ली समाचार: केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रविवार को जानकारी दी कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में ट्रांजिट-ओरिएंटेड डेवलपमेंट (TOD) नीति को शीघ्र ही अंतिम रूप देकर लागू किया जाएगा। इस नीति का मुख्य उद्देश्य राजधानी की सड़कों पर यातायात को कम करना, बहुमंजिला इमारतों को प्रोत्साहित करना और शहरी विकास के साथ सार्वजनिक परिवहन को एकीकृत करना है। उन्होंने बताया कि यह नीति व्यापक मेट्रो नेटवर्क के विस्तार के माध्यम से सड़क पर भीड़भाड़ को कम करने और सार्वजनिक परिवहन को बेहतर बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। हरियाणा में इस नीति को पहले ही लागू किया जा चुका है।


मेट्रो के निकट हाई राइज इमारतों का निर्माण

दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि इस नीति के अंतर्गत जहां मेट्रो की सुविधा उपलब्ध है, वहां हाई राइज इमारतों का निर्माण किया जाएगा। इससे लोग मेट्रो का अधिक उपयोग करेंगे और सड़क पर ट्रैफिक में कमी आएगी। हरियाणा में इस नीति को लागू किया जा चुका है और जल्द ही इसे दिल्ली में भी लागू किया जाएगा। इस नीति के परिणामस्वरूप दिल्ली की भूमि लागत में कमी आएगी और प्रदूषण भी घटेगा।


भारत मेट्रो विस्तार में अमेरिका को पीछे छोड़ने की तैयारी में

इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने बताया कि 2002 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने एक मेट्रो लाइन का उद्घाटन किया था। अब देश में 24 शहरों में मेट्रो सेवाएं उपलब्ध हैं और पांच नए शहरों में नई मेट्रो लाइनों की स्थापना की जा रही है। वर्तमान में देश में 1062 किलोमीटर का क्षेत्र मेट्रो द्वारा कवर किया जा रहा है, जबकि 955 किलोमीटर पर कार्य चल रहा है। उन्होंने कहा कि अगले तीन वर्षों में भारत मेट्रो के मामले में अमेरिका को पीछे छोड़ देगा।