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दिल्ली में डेटिंग ऐप से ठगी का मामला, दो आरोपी गिरफ्तार

दिल्ली के शाहदरा में एक डेटिंग ऐप के माध्यम से ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें एक महिला ने वीडियो कॉल के जरिए युवक को ब्लैकमेल किया। युवक ने 35,000 रुपये ट्रांसफर किए, जिसके बाद उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है और मामले की जांच जारी है। यह घटना ऑनलाइन धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों की ओर इशारा करती है।
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दिल्ली में डेटिंग ऐप से ठगी का मामला, दो आरोपी गिरफ्तार

दिल्ली में ठगी का मामला

दिल्ली समाचार: दिल्ली के शाहदरा क्षेत्र से एक ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें एक डेटिंग एप का उपयोग किया गया। पुलिस ने इस मामले में दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। यह घटना 12 जून 2025 को तब शुरू हुई जब भगवानपुर खेड़ा के निवासी अंकित कुमार कैन ने शिकायत दर्ज कराई। अंकित ने बताया कि उनकी मुलाकात 'क्वाकक्वाक' नामक डेटिंग ऐप पर 'नंदिनी' नाम की एक महिला से हुई थी। दोनों ने जल्दी ही अपने मोबाइल नंबर साझा किए और व्हाट्सएप पर बातचीत शुरू की। 'नंदिनी' ने एक वीडियो कॉल की, जिसमें वह आपत्तिजनक स्थिति में थी, जबकि अंकित का चेहरा स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा था। उसने इस वीडियो कॉल की स्क्रीन रिकॉर्डिंग भी कर ली थी।


वीडियो कॉल के बाद की धमकी

वीडियो कॉल के बाद, 'नंदिनी' ने अंकित को धमकी दी कि यदि उसने पैसे नहीं दिए, तो वह यह वीडियो सोशल मीडिया पर साझा कर देगी। अंकित डर गया और उसने महिला द्वारा दिए गए बैंक खाते में 35,000 रुपये ट्रांसफर कर दिए। जब महिला ने और पैसे की मांग की, तो अंकित ने तुरंत एनसीआरपी पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई।


विशेष टीम का गठन

इस मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम बनाई गई। जांच के दौरान पता चला कि 35,000 रुपये की राशि बंधन बैंक के एक खाते में ट्रांसफर की गई थी, जिसे मंगल सिंह (दक्षिण दिल्ली के जैतपुर निवासी) के नाम पर श्याम सिंह (राजस्थान के बलदेव बास गांव निवासी) ने खोला था। यह सब आमिर नामक व्यक्ति के निर्देश पर किया गया था।


मोबाइल नंबर से खुलासा

बैंक खाते से जुड़े मोबाइल नंबर (96509****) और ईमेल आईडी (********@gmail.com) को ट्रैक किया गया। मोबाइल नंबर मंगल सिंह के नाम पर पंजीकृत था और ईमेल आईडी 22 मार्च 2025 को मोबाइल नंबर 8239**** का उपयोग करके बनाई गई थी, जो श्याम सिंह के नाम पर पंजीकृत है। प्रारंभिक लेनदेन के ओटीपी 96509**** पर प्राप्त हुए थे और बाद में 8239**** से बनाई गई ईमेल आईडी पर भेजे गए।


पुष्टि की प्रक्रिया

यह पुष्टि हुई कि श्याम सिंह ही उक्त बैंक खाते का संचालन कर रहा था। उसके पास से चार मोबाइल हैंडसेट बरामद किए गए, जिनमें 96509**** और 8239**** नंबरों का उपयोग किया गया था। इन फोन नंबरों का विश्लेषण किया जा रहा है। श्याम सिंह ने कथित खाते से जुड़ा एटीएम और सिम कार्ड (96509****) आमिर को सौंप दिया था।


पुलिस हिरासत में गिरफ्तारी

13 जून 2025 को, श्याम सिंह की पुलिस हिरासत के दौरान, कथित खाताधारक मंगल सिंह को भी दिल्ली के झांगोला स्थित उसके आवास से गिरफ्तार किया गया। मंगल ने बताया कि उसकी मुलाकात श्याम सिंह से हरजीत सिंह उर्फ सोनू के माध्यम से हुई थी। श्याम सिंह ने मंगल को एक बैंक खाता खोलने के बदले 10,000 रुपये की पेशकश की थी। इसके बाद श्याम सिंह ने मंगल का बंधन बैंक खाता ऑनलाइन खोला और उसका एटीएम कार्ड, चेकबुक और खाते से जुड़ा सिम कार्ड (96509****) ले लिया। मंगल को हरजीत सिंह उर्फ सोनू से ऑनलाइन 6,000 रुपये और श्याम सिंह से नकद 4,000 रुपये का कमीशन मिला था।


जांच जारी

पूछताछ के दौरान यह पता चला कि श्याम सिंह लोगों को अपने खाते खोलने के लिए प्रोत्साहित करता था, और वह खुद भी पैसे के बदले लोगों के खाते खोलता था। वह विशेष रूप से ऑनलाइन माध्यम से बंधन बैंक खाते खोलता था और फिर उन्हें अपने साथी आमिर को सौंप देता था।