दिल्ली में पैसों के विवाद ने ली एक व्यक्ति की जान, आरोपी गिरफ्तार

दिल्ली के छतरपुर में हत्या की घटना
दिल्ली के छतरपुर क्षेत्र में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक मामूली पैसे के विवाद ने एक व्यक्ति की जान ले ली। आरोपी ने अपने सहकर्मी की निर्दयता से हत्या कर दी और सबूत मिटाने के लिए शव को फार्महाउस के सेप्टिक टैंक में डाल दिया। यह मामला न केवल मानवता को झकझोरता है, बल्कि समाज में बढ़ती असहिष्णुता और आर्थिक तनाव की गंभीरता को भी उजागर करता है।
सीता राम का रहस्यमय गायब होना
42 वर्षीय सीता राम, जो पिछले एक दशक से छतरपुर के एक फार्महाउस में घरेलू सहायक के रूप में कार्यरत थे, अचानक लापता हो गए। जब फार्महाउस के अन्य कर्मचारियों ने देखा कि मुख्य दरवाजा खुला है और सीता राम कहीं नहीं हैं, तो उन्होंने पुलिस को सूचित किया। जांच के दौरान, पुलिस ने फार्महाउस के सेप्टिक टैंक से उनका शव बरामद किया। प्रारंभिक जांच और फोरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया।
सीसीटीवी फुटेज से आरोपी की पहचान
सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी निगरानी से खुला राज
जांच के दौरान, सीसीटीवी फुटेज और कर्मचारियों से पूछताछ के बाद चंद्र प्रकाश नाम का आरोपी सामने आया। वह पिछले सात वर्षों से उसी फार्महाउस में चालक के रूप में काम कर रहा था, लेकिन घटना के बाद से गायब था। पुलिस ने तकनीकी निगरानी और स्थानीय सूत्रों की मदद से उसे दिल्ली के पालम क्षेत्र से गिरफ्तार किया। पूछताछ में चंद्र प्रकाश ने बताया कि उसने सीता राम से 10 हजार रुपये उधार मांगे थे, लेकिन जब उन्होंने मना किया, तो उसने गुस्से में आकर हथौड़े से हमला कर उनकी हत्या कर दी।
हत्या के बाद सबूत मिटाने की कोशिश
हत्या के बाद गुमराह करने की कोशिश
हत्या के बाद, चंद्र प्रकाश ने शव को सेप्टिक टैंक में डालकर सबूत मिटाने की कोशिश की और मौके से भाग गया। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल किया गया हथौड़ा भी बरामद कर लिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए आगे की जांच जारी है कि कहीं कोई और व्यक्ति इस अपराध में शामिल तो नहीं था। स्थानीय लोगों ने सीता राम को एक मददगार और शांत स्वभाव का व्यक्ति बताया और उनकी हत्या पर गहरा दुख व्यक्त किया है। वहीं, कई लोगों ने आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।