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दिल्ली में प्रदूषण का स्तर: एक्यूआई 383, राहत की उम्मीद

दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 383 पर पहुंच गया है, जिससे प्रदूषण की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। मंगलवार को तेज हवाओं के बावजूद कोई खास सुधार नहीं हुआ। हालांकि, मौसम विभाग ने 1 जनवरी को हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है, जो प्रदूषण में कमी ला सकती है। जानें विभिन्न क्षेत्रों में एक्यूआई के आंकड़े और वायु गुणवत्ता सूचकांक का महत्व।
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दिल्ली में प्रदूषण का स्तर: एक्यूआई 383, राहत की उम्मीद

दिल्ली में वायु गुणवत्ता की स्थिति


वायु गुणवत्ता सूचकांक 383 दर्ज, प्रदूषण का स्तर बढ़ने की संभावना


नई दिल्ली में वायु गुणवत्ता अभी भी चिंताजनक स्थिति में है। मंगलवार को तेज हवाओं के बावजूद प्रदूषण में कोई खास सुधार नहीं हुआ, जिससे नागरिकों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। 2025 का अंत भी दिल्लीवासियों के लिए इसी प्रदूषण के साथ होगा। हालांकि, मौसम विभाग ने एक बुलेटिन जारी किया है, जिसमें दिल्लीवासियों को कुछ राहत की उम्मीद दिखाई गई है।


मौसम विभाग के अनुसार, 1 जनवरी को दिल्ली और उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। यह परिवर्तन पश्चिमी विक्षोभ के कारण होगा। यदि बारिश होती है, तो प्रदूषण के स्तर में कुछ दिन के लिए कमी आ सकती है, जिससे नए साल में दिल्लीवासियों को थोड़ी साफ हवा मिल सकेगी। लेकिन अगर बारिश नहीं होती है, तो प्रदूषण में सुधार की कोई उम्मीद नहीं है।


दिल्ली में प्रदूषण के आंकड़े

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में एक्यूआई इस प्रकार है: अलीपुर में 327, आनंद विहार में 452, अशोक विहार में 411, आया नगर में 321, बवाना में 307, बुराड़ी में 352, चांदनी चौक में 420, डीटीयू में 375, द्वारका सेक्टर 8 में 414, आईजीआई एयरपोर्ट टी3 में 334, आईटीओ में 426, जहांगीरपुरी में 423, लोधी रोड में 321, मुंडका में 399, नजफगढ़ में 331, नरेला में 366, पंजाबी बाग में 430, आरकेपुरम में 412, रोहिणी में 426, सोनिया विहार में 382, विवेक विहार में 441, वजीरपुर में 436।


वायु गुणवत्ता सूचकांक का महत्व

वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 0 से 50 के बीच होने पर हवा को साफ माना जाता है। 51 से 100 के बीच संतोषजनक स्थिति होती है। 101 से 200 का मतलब है कि प्रदूषण का स्तर मध्यम है, जबकि 201 से 300 के बीच की स्थिति खराब मानी जाती है। 301 से 400 के बीच का AQI बेहद खराब श्रेणी में आता है, और 401 से 500 के बीच की स्थिति गंभीर होती है।