दिल्ली में बारिश ने खोली जल निकासी व्यवस्था की पोल, केजरीवाल ने किया भाजपा पर हमला

दिल्ली में बारिश से जलभराव की समस्या
मंगलवार को दिल्ली में हुई हल्की बारिश ने एक बार फिर से राजधानी की जल निकासी व्यवस्था की खामियों को उजागर कर दिया। प्रमुख क्षेत्रों से लेकर गलियों तक पानी भर गया, जिससे यातायात बाधित हुआ और नागरिकों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। यहां तक कि कनॉट प्लेस जैसे महत्वपूर्ण इलाकों में भी जलभराव देखा गया।
केजरीवाल का भाजपा पर तीखा कटाक्ष
आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया पर कनॉट प्लेस के जलभराव का वीडियो साझा करते हुए केंद्र और दिल्ली की भाजपा सरकार पर कड़ा हमला किया। उन्होंने लिखा कि जब राजधानी के केंद्र की यह स्थिति है, तो अन्य क्षेत्रों की हालत का अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है। उन्होंने यह भी पूछा कि क्या यही है भाजपा की 'चार इंजन' वाली सरकार की गति?
आप नेताओं ने जलभराव की तस्वीरें साझा कीं
दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज और नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने राजधानी के विभिन्न हिस्सों में जलभराव की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किए। सौरभ ने आईटीओ और जनपथ रोड की स्थिति को दिखाते हुए कहा कि जहां भाजपा के नेता रहते हैं, वहां भी सड़कें जलमग्न हैं। उन्होंने मिंटो ब्रिज को लेकर व्यंग्य करते हुए कहा कि इसे अलग राज्य घोषित कर भाजपा नेता वहां के मंत्री बन जाएं।
भाजपा सरकार पर झूठे दावों का आरोप
सौरभ भारद्वाज ने पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा पर सवाल उठाते हुए कहा कि जो जलभराव की समस्या के समाधान का दावा कर रहे थे, वे अब कहां हैं? उन्होंने यह भी पूछा कि जिन 400 सस्पेंशन लेटर का जिक्र किया गया था, उनमें से किसी का भी पालन क्यों नहीं हुआ।
एलजी और मुख्यमंत्री पर भी सवाल उठाए गए
सिविल लाइंस में दीवार गिरने से दो लोगों की मौत और कई घायल होने की घटना पर आम आदमी पार्टी ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की चुप्पी पर सवाल उठाए। पार्टी ने आरोप लगाया कि जब तक कैमरे थे, तब तक एलजी सड़कों पर थे, लेकिन अब जब हादसा उनके आवास के सामने हुआ, तब न कोई ट्वीट आया और न ही कोई पत्र।
दिल्ली के प्रमुख इलाकों में जलभराव की स्थिति
नेता आतिशी ने दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों जैसे पंचकुइया रोड, चांदनी चौक, भजनपुरा, मोती बाग, दिल्ली गेट, पटेल नगर और एनडीएमसी क्षेत्र से जलभराव की तस्वीरें साझा करते हुए कहा कि यह सरकार की विफलता का स्पष्ट प्रमाण है। उन्होंने पूछा कि पीडब्ल्यूडी मंत्री और मुख्यमंत्री इस समय कहां हैं, जब जनता सड़क पर परेशान है।
राजनीतिक टकराव और जनहित का मुद्दा
दिल्ली में मामूली बारिश से जलभराव की समस्या ने न केवल प्रशासन की विफलता को उजागर किया है, बल्कि सत्तारूढ़ दलों के बीच राजनीतिक टकराव को भी बढ़ावा दिया है। आम आदमी पार्टी ने इसे जनहित का मुद्दा बनाते हुए भाजपा की चार इंजन सरकार को घेरने का प्रयास किया है, जबकि जनता एक बार फिर उम्मीद कर रही है कि समाधान केवल शब्दों में नहीं, बल्कि वास्तविकता में भी दिखे।