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दिल्ली में बारिश से जलभराव: ट्रैफिक जाम और निकासी उपायों की जानकारी

दिल्ली में हाल की बारिश ने कई क्षेत्रों में जलभराव की समस्या पैदा कर दी है, जिससे यातायात में बाधा आई है। प्रमुख सड़कों पर जलभराव के कारण वाहन फंस गए हैं। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने जाम से बचने के लिए वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने की सलाह दी है। इसके अलावा, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी बारिश की संभावना है। PWD ने जल निकासी प्रणाली को मजबूत करने के लिए उपाय किए हैं। जानें इस स्थिति के बारे में और अधिक जानकारी।
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दिल्ली में बारिश से जलभराव: ट्रैफिक जाम और निकासी उपायों की जानकारी

दिल्ली में बारिश के कारण जलभराव

दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में बारिश के चलते जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई है। विकास मार्ग, मिंटो रोड, महरौली-बदरपुर रोड, सफदरजंग एन्क्लेव, ग्रेटर कैलाश, जनकपुरी, इंडिया गेट, धौलाकुआं, नेहरू प्लेस, और चिराग दिल्ली जैसे प्रमुख स्थानों पर पानी भर गया है। मिंटो रोड पर जलभराव के कारण कई वाहन पानी में डूब गए, जबकि विकास मार्ग पर यातायात में बाधा आई। अंडरपास और निचले इलाकों में पानी भरने से वाहन रुक गए और लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।


ट्रैफिक जाम और यातायात सलाह

ट्रैफिक जाम, एडवाइजरी जारी 

बारिश के कारण दिल्ली के कई हिस्सों में ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने मिंटो रोड और रोहतक रोड पर जलभराव के चलते यातायात डायवर्जन की सलाह दी है। यात्रियों को जाम से बचने के लिए वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने की सलाह दी गई है।


हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी बारिश

हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी बारिश

दिल्ली के साथ-साथ हरियाणा के सोनीपत, झज्जर, पलवल, नूंह, और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में भी भारी बारिश हुई है। IMD ने इन क्षेत्रों में गरज, बिजली, और 30-40 किमी/घंटा की तेज हवाओं के साथ मध्यम से भारी बारिश की संभावना जताई है।


जल निकासी की स्थिति

जल निकासी की स्थिति

दिल्ली में जलभराव की समस्या को देखते हुए, सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) ने ITO क्षेत्र में जल निकासी प्रणाली को मजबूत किया है। 1 करोड़ रुपये की लागत से 600mm और 800mm व्यास के पाइपों का उपयोग करके जल निकासी क्षमता बढ़ाई गई है। इसके अलावा, 136 मीटर खुले नाले और RCC ड्रेनों का निर्माण भी किया गया है। PWD मंत्री परवेश वर्मा ने इस पहल को स्थायी समाधान के रूप में प्रस्तुत किया है।