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दिल्ली में महिला सांसद के साथ चेन स्नैचिंग: सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठे

दिल्ली में महिला सांसद आर. सुधा के साथ हुई चेन स्नैचिंग की घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। चाणक्यपुरी जैसे हाई-सिक्योरिटी जोन में हुई इस घटना ने न केवल सांसद को आघात पहुँचाया, बल्कि दिल्ली पुलिस की तत्परता पर भी सवाल उठाए हैं। सांसद ने गृह मंत्री को पत्र लिखकर अपनी आपबीती साझा की है। जानें इस घटना के बाद पुलिस की कार्रवाई और संसद में उठे सवालों के बारे में।
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दिल्ली में महिला सांसद के साथ चेन स्नैचिंग: सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठे

महिला सुरक्षा पर चिंता का विषय

दिल्ली, जो देश की राजधानी है, एक बार फिर महिला सुरक्षा के मुद्दे पर चर्चा में है। हाल ही में चाणक्यपुरी जैसे उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र में तमिलनाडु की सांसद आर. सुधा के साथ हुई चेन स्नैचिंग की घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस घटना ने दिल्ली पुलिस की तत्परता पर भी संदेह उत्पन्न किया है। सांसद ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर अपनी आपबीती साझा की और इस घटना को अपने लिए एक बड़ा आघात बताया।


चेन स्नैचिंग की घटना

आर. सुधा, जो मयिलादुथुराई से सांसद हैं, चाणक्यपुरी में सुबह की सैर पर निकली थीं। इस दौरान एक हेलमेट पहने बदमाश ने स्कूटी से आकर उनके गले से चेन खींच ली। इस घटना में उन्हें चोटें भी आईं।


'इंजेक्शन की तरह खींची गई चेन'

सांसद ने गृह मंत्री को लिखे पत्र में बताया कि कई सांसदों को अभी तक स्थायी आवास नहीं मिला है और वह वर्तमान में तमिलनाडु भवन में रह रही हैं। उन्होंने कहा, 'मैं रोजाना की तरह सुबह 6:15 से 6:20 बजे के बीच एक महिला सांसद के साथ मॉर्निंग वॉक पर निकली थी। अचानक एक युवक स्कूटी से आया और मेरी चेन खींच ली।'


आरोपी की पहचान में कठिनाई

सुधा ने लिखा कि हमलावर का चेहरा पूरी तरह से ढका हुआ था, जिससे उसकी पहचान करना संभव नहीं हो पाया। उन्होंने घटना की सूचना तुरंत दिल्ली पुलिस को दी, जिन्होंने उन्हें लिखित शिकायत दर्ज कराने की सलाह दी।


महिला सुरक्षा पर गंभीर सवाल

पत्र में सुधा ने दिल्ली में महिला सुरक्षा की स्थिति पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, 'जब देश की राजधानी के सबसे सुरक्षित माने जाने वाले इलाके में यह स्थिति है, तो आम महिलाओं की सुरक्षा का क्या भरोसा किया जा सकता है? मेरी चेन 4 ग्राम से अधिक की थी और यह घटना मेरे लिए बेहद सदमेभरी है। मैं आग्रह करती हूं कि आरोपी को जल्द से जल्द पकड़ा जाए और कड़ी सजा दी जाए।'


पुलिस की कार्रवाई

घटना के बाद दिल्ली पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। सूत्रों के अनुसार, 10 विशेष जांच टीमें गठित की गई हैं। चाणक्यपुरी और तमिलनाडु भवन के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है। केस दर्ज कर लिया गया है और आईपीसी की संबंधित धाराओं में जांच शुरू हो चुकी है।


संसद में सुरक्षा पर सवाल

इस घटना के बाद विपक्षी दलों ने संसद में दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है। सांसदों का कहना है कि जब एक जनप्रतिनिधि खुद सुरक्षित नहीं है, तो आम नागरिकों की स्थिति क्या होगी?