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दिल्ली विधानसभा का मानसून सत्र: CAG रिपोर्ट और पेपरलेस पहल

दिल्ली विधानसभा का मानसून सत्र 4 अगस्त से शुरू होने जा रहा है, जिसमें दो CAG रिपोर्ट पेश की जाएंगी। यह सत्र पूरी तरह से पेपरलेस होगा, जो डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देगा। इसके अलावा, विधायक आतिशी ने प्रश्नकाल की अनुपस्थिति पर चिंता जताई है। बीजेपी विधायक तरविंदर सिंह मारवाह ने स्कूलों में हनुमान चालीसा को शामिल करने की मांग की है। जानें इस सत्र में और क्या महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए जाएंगे।
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दिल्ली विधानसभा का मानसून सत्र: CAG रिपोर्ट और पेपरलेस पहल

दिल्ली विधानसभा में मानसून सत्र की शुरुआत

दिल्ली विधानसभा: दिल्ली विधानसभा का मानसून सत्र 4 अगस्त से आरंभ होने जा रहा है। पहले दिन, विभिन्न विषयों पर दो CAG रिपोर्ट पेश की जा सकती हैं। यह सत्र 8 अगस्त तक चलेगा, जिसमें सेना के ऑपरेशन सिंदूर पर धन्यवाद प्रस्ताव भी लाया जाएगा। सत्र की अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता करेंगे।


CAG रिपोर्टों का प्रस्तुतिकरण

ये 2 CAG रिपोर्ट होंगी पेश


इस सत्र में सीएम रेखा गुप्ता द्वारा दो CAG रिपोर्ट पेश की जाएंगी। पहली रिपोर्ट वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए राज्य वित्त से संबंधित होगी, जबकि दूसरी रिपोर्ट 'भवन और अन्य निर्माण श्रमिकों के कल्याण' पर केंद्रित होगी। इसके अतिरिक्त, दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद 'दिल्ली स्कूल शिक्षा विधेयक 2025' को भी पेश करेंगे। उन्होंने बताया कि इस सत्र में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाएगी, जिसमें फीस अधिनियम प्रमुख है।


पेपरलेस सत्र की पहल

पेपरलेस होगा सत्र


दिल्ली विधानसभा का यह सत्र पूरी तरह से पेपरलेस होगा, जो पहली बार हो रहा है। इससे डिजिटल इंडिया को बढ़ावा मिलेगा। विधायक आतिशी ने इस पहल के लिए अध्यक्ष महोदय को बधाई दी और इसे पर्यावरण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया।


प्रश्नकाल की अनुपस्थिति पर चिंता

प्रश्नकाल नहीं होने पर सवाल


आप विधायक आतिशी ने कहा कि दिल्ली विधानसभा में लंबे समय बाद सत्र बुलाया गया है, लेकिन इसमें कोई प्रश्नकाल नहीं रखा गया है। उन्होंने इसे लोकतंत्र की आत्मा बताया और कहा कि बिना प्रश्नकाल के सत्र का महत्व कम हो जाता है। इसके साथ ही, बीजेपी सेना के ऑपरेशन सिंदूर पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश करेगी।


स्कूलों में हनुमान चालीसा का पाठ

स्कूलों में हनुमान चालीसा पढ़ाई जाए


बीजेपी विधायक तरविंदर सिंह मारवाह ने सदन में एक विशेष मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार और एमसीडी के अधीन सभी स्कूलों में हनुमान चालीसा को प्रार्थना के रूप में शामिल किया जाना चाहिए। उनका मानना है कि बच्चों को हमारी संस्कृति और सनातन परंपरा से जोड़ना आवश्यक है।