दिल्ली विधानसभा में फांसी घर के दावों का खंडन, विजेंदर गुप्ता ने की जांच की घोषणा
दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष विजेंदर गुप्ता ने ब्रिटिश काल के 'फांसी घर' के दावों को खारिज करते हुए कहा कि ऐसी कोई संरचना नहीं थी। उन्होंने इस मामले की जांच के लिए विशेषाधिकार समिति को भेजने की घोषणा की, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और अन्य को तलब किया जाएगा। गुप्ता ने इसे 'टिफिन रूम' बताया और 1912 के नक्शे का हवाला देते हुए कहा कि कोई साक्ष्य नहीं है जो फांसी के दावों को साबित करे।
Aug 7, 2025, 18:02 IST
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विजेंदर गुप्ता का स्पष्ट बयान
दिल्ली विधानसभा के नए अध्यक्ष विजेंदर गुप्ता ने गुरुवार को ब्रिटिश काल के "फांसी घर" के अस्तित्व के दावों को सख्ती से खारिज किया। उन्होंने कहा कि ऐसी कोई संरचना कभी नहीं थी और इस मामले की जांच के लिए विशेषाधिकार समिति को भेजा जाएगा। गुप्ता ने पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और अन्य संबंधित व्यक्तियों को तलब करने की बात कही।गुप्ता ने सदन में कहा कि जिस "फांसी घर" का उद्घाटन 2022 में केजरीवाल द्वारा किया गया था, वह वास्तव में एक "टिफिन रूम" था, जैसा कि आधिकारिक रिकॉर्ड में दर्शाया गया है। उन्होंने विधानसभा की ऐतिहासिक वास्तुकला के इस गलत चित्रण को गंभीरता से लिया और इसकी जांच की आवश्यकता पर जोर दिया।
उन्होंने 1912 के विधानसभा परिसर के नक्शे को दिखाते हुए कहा कि कोई दस्तावेज या साक्ष्य नहीं है जो यह साबित करे कि उस स्थान का उपयोग फांसी के लिए किया गया था। गुप्ता ने कहा कि उन्होंने इस मामले को विशेषाधिकार समिति को भेजा है, जो पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, और तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल को तलब करेगी।