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दिल्ली से दरभंगा की उड़ान में हंगामा: यात्रियों ने किया धरना प्रदर्शन

दिल्ली से दरभंगा जाने वाली इंडिगो की उड़ान में अचानक बदलाव आया, जिससे यात्रियों ने इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर धरना प्रदर्शन किया। खराब मौसम के कारण उड़ान में देरी हुई, जिसके चलते विमान को वापस लौटना पड़ा। यात्रियों की नाराजगी के चलते रनवे पर धरना दिया गया, जिसे सुरक्षाबलों ने शांत किया। एयरलाइन ने यात्रियों को राहत देने के लिए विकल्प दिए। इस घटना ने इंडिगो की पुरानी समस्याओं को भी उजागर किया।
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दिल्ली से दरभंगा की उड़ान में हंगामा: यात्रियों ने किया धरना प्रदर्शन

इंडिगो की उड़ान में अचानक बदलाव

गुरुवार को दिल्ली से दरभंगा के लिए उड़ान भरने वाली इंडिगो की फ्लाइट को अचानक वापस लौटना पड़ा, जिससे यात्रियों ने इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। यह स्थिति उड़ान में देरी और परिचालन समय सीमा के उल्लंघन के कारण उत्पन्न हुई। कई यात्री न केवल नाराज हुए, बल्कि रनवे पर भी धरना देने लगे।


उड़ान रद्द होने का कारण

क्यों हुई देरी?

सूत्रों के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में खराब मौसम के चलते उड़ान में देरी हुई। जब विमान ने उड़ान भरी, तब दरभंगा हवाई अड्डे पर लैंडिंग की समय सीमा समाप्त हो चुकी थी। यह प्रतिबंध 'ऑपरेशनल टाइम लिमिट्स' के कारण लागू था, जिसके चलते विमान को वापस दिल्ली लौटना पड़ा और उड़ान रद्द करनी पड़ी।


यात्रियों का विरोध

रनवे पर धरना

दिल्ली लौटने के बाद कुछ यात्रियों ने रनवे पर धरना देने का निर्णय लिया। यह प्रदर्शन उनकी नाराजगी और असमंजस का परिणाम था। सुरक्षाबलों और CISF कर्मियों ने तुरंत हस्तक्षेप किया और यात्रियों को शांत करने के लिए बातचीत की, जिसके बाद कुछ ही मिनटों में प्रदर्शन समाप्त हो गया।


एयरलाइन की प्रतिक्रिया

इंडिगो का कदम

इंडिगो एयरलाइन ने इस स्थिति में यात्रियों को राहत देने का प्रयास किया। यात्रियों को विकल्प दिए गए कि वे नई उड़ानों पर जा सकते हैं, अपनी उड़ान को फिर से बुक कर सकते हैं या पूरा पैसा वापस ले सकते हैं। इसके साथ ही एयरलाइन ने जलपान की व्यवस्था भी की।


पिछले अनुभव

इंडिगो की पुरानी समस्याएं

इस घटना से पहले भी इंडिगो को ऐसी समस्याओं का सामना करना पड़ा है। 2018 में गुवाहाटी के लिए उड़ान में देरी के दौरान यात्रियों ने रनवे के पास धरना दिया था। उस समय उड़ान में पांच घंटे की देरी हुई थी, और CISF को स्थिति को नियंत्रित करना पड़ा था। यह दर्शाता है कि यात्रियों की निराशा व्यक्त करने का तरीका बार-बार एक जैसा रहा है।