दिशा पटानी के घर के बाहर गोलीबारी: दो शूटर मुठभेड़ में ढेर

दिशा पटानी के घर के बाहर गोलीबारी की घटना
Disha Patani House Firing: हाल ही में बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पटानी के बरेली स्थित निवास के बाहर गोलीबारी की एक गंभीर घटना सामने आई है। उत्तर प्रदेश की विशेष कार्य बल (एसटीएफ) और दिल्ली पुलिस की अपराध खुफिया इकाई ने मिलकर इस मामले में कार्रवाई की और दो संदिग्ध शूटरों को गाजियाबाद में मुठभेड़ के दौरान मार गिराया। इस घटना के बाद दिशा पटानी के पिता, जगदीश पटानी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद दिया।
जगदीश पटानी ने एक बयान में कहा, 'मैं और मेरा परिवार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति आभार व्यक्त करते हैं। उन्होंने मुझे आश्वासन दिया था कि कार्रवाई की जाएगी और अपराधियों को जल्दी पकड़ा जाएगा।' उन्होंने यह भी कहा कि इस त्वरित कार्रवाई से उनके परिवार और आस-पास के लोगों को काफी राहत मिली है।
मुठभेड़ में मारे गए आरोपी
12 सितंबर को हुई गोलीबारी ने क्षेत्र में आतंक का माहौल बना दिया था। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू की। मुठभेड़ के दौरान दोनों शूटर गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में अस्पताल में उनकी मृत्यु हो गई। उनकी पहचान रोहतक के काहनी निवासी कल्लू के बेटे रविंद्र और सोनीपत की इंडियन कॉलोनी निवासी राजेंद्र के बेटे अरुण के रूप में हुई। अधिकारियों का कहना है कि ये दोनों आरोपी रोहित गोदारा-गोल्डी बरार गैंग से जुड़े थे।
VIDEO | Two members of the Rohit Godara-Goldy Brar gang, involved in the firing incident at actor Disha Patani's Bareilly home, were shot dead in an encounter.
— Press Trust of India (@PTI_News) September 18, 2025
Jagdish Patani, Disha Patani's father, says, "From me and my family, I thank UP CM Yogi Adityanath. As he had assured… pic.twitter.com/V3kMjefcSJ
सीसीटीवी फुटेज से खुलासा
मुठभेड़ के बाद सोशल मीडिया पर एक सीसीटीवी वीडियो सामने आया, जिसमें बाइक पर सवार शूटर दिशा पटानी के घर के बाहर गोलीबारी करते हुए दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में गोलियों की आवाज स्पष्ट सुनाई देती है और पृष्ठभूमि में एक कुत्ते के भौंकने की आवाज भी सुनाई देती है। इस फुटेज ने घटना की पुष्टि की और पुलिस को जांच में महत्वपूर्ण सुराग प्रदान किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना के तुरंत बाद सख्त कार्रवाई और गहन जांच के आदेश दिए थे। इसके बाद पुलिस और एसटीएफ ने व्यापक अभियान चलाया। जांच के दौरान लगभग 2,500 सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा की गई, संदिग्धों के आपराधिक रिकॉर्ड की जांच की गई और आधुनिक तकनीक का उपयोग करके निगरानी बढ़ाई गई। यही प्रयास हमलावरों तक पहुंचने और उन्हें मुठभेड़ में ढेर करने में सफल रहे।