दुर्गापुर मेडिकल छात्रा बलात्कार मामला: सहपाठी की गिरफ्तारी से बढ़ी सुरक्षा चिंताएँ

दुर्गापुर मेडिकल छात्रा के साथ बलात्कार की घटना
पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में एक 23 वर्षीय मेडिकल छात्रा के साथ बलात्कार की घटना में उसके सहपाठी वासिफ अली को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पीड़िता, जो ओडिशा के जलेश्वर की निवासी है, ने बताया कि यह घटना शुक्रवार रात को हुई, जब वह वासिफ के साथ डिनर पर गई थी। इस दौरान उसे जंगल के पास खींचकर ले जाया गया और उसके साथ बलात्कार किया गया। यह स्थान मेडिकल कॉलेज के निकट है, जिससे छात्राओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
गिरफ्तारी की प्रक्रिया
पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए मंगलवार को वासिफ अली को गिरफ्तार किया। यह इस मामले में छठी गिरफ्तारी है, क्योंकि इससे पहले पांच अन्य व्यक्तियों को भी हिरासत में लिया गया था, जिनमें कॉलेज का पूर्व गार्ड, अस्पताल का कर्मचारी, नगर निगम का कर्मचारी और एक बेरोजगार व्यक्ति शामिल हैं। पीड़िता घटना के बाद अली के साथ हॉस्टल लौटी थी, जिससे पुलिस का संदेह उसी पर गया। चार दिन की पूछताछ के बाद पुलिस ने पर्याप्त सबूत जुटाए, जिसके आधार पर उसकी गिरफ्तारी हुई।
सामूहिक बलात्कार की संभावना से इनकार
हालांकि कई लोगों को हिरासत में लिया गया है, लेकिन पुलिस आयुक्त सुनील कुमार चौधरी ने स्पष्ट किया कि जांच और पीड़िता के बयान के अनुसार, यह मामला सामूहिक बलात्कार का नहीं है। उन्होंने कहा कि यह व्यक्तिगत यौन उत्पीड़न का मामला है। हालांकि, अन्य गिरफ्तार व्यक्तियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
पीड़िता के मित्र की संदिग्ध भूमिका
जांच में यह भी सामने आया है कि पीड़िता के मित्र की भूमिका संदिग्ध है। पुलिस ने कहा है कि मित्र की गतिविधियों पर संदेह है और उससे भी पूछताछ की जा रही है। वह भी घटना के समय पीड़िता के साथ था, लेकिन उसके बयानों में विरोधाभास पाए गए हैं, जिससे उसकी भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं।
पुलिस की जांच प्रक्रिया
पुलिस ने घटनास्थल का दौरा कर पूरी घटना का पुनर्निर्माण किया है। पीड़िता का मोबाइल फोन बरामद कर लिया गया है, साथ ही उसकी सहेली के कपड़ों और उसकी शारीरिक स्थिति से जुड़े साक्ष्य भी एकत्र किए गए हैं। ये साक्ष्य आगे की जांच के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं।
पीड़िता का बयान
डॉक्टर को दिए अपने बयान में पीड़िता ने बताया कि जब वह और उसका दोस्त रात को बाहर खाने गए थे, तभी कुछ अजनबी उनका पीछा करने लगे। वे दोनों जंगल की ओर भागे, लेकिन पीछा कर रहे लोगों ने उसे पकड़ लिया और धमकाया कि यदि उसने विरोध किया तो वे और लोगों को बुलाएंगे। इसके बाद उसके साथ बलात्कारी कार्रवाई की गई। पीड़िता ने कहा कि वह डर के कारण विरोध नहीं कर सकी।
न्याय की उम्मीद
यह मामला एक बार फिर महिला सुरक्षा और कॉलेज परिसरों में छात्राओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करता है। पुलिस मामले की गंभीरता को देखते हुए लगातार कार्रवाई कर रही है। सभी गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है और पुलिस ने आश्वासन दिया है कि पीड़िता को हर हाल में न्याय दिलाया जाएगा।