देवेंद्र बूड़िया रेप केस: पूर्व बिश्नोई महासभा अध्यक्ष को 14 दिन की जेल

देवेंद्र बूड़िया रेप केस: पूर्व बिश्नोई महासभा अध्यक्ष को 14 दिन की जेल
देवेंद्र बूड़िया के खिलाफ दुष्कर्म के आरोप ने हिसार में हलचल मचा दी है। उन्हें एक 20 वर्षीय महिला से दुष्कर्म के मामले में गिरफ्तार किया गया है।
हिसार की अदालत ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। अदालत के बाहर उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई, जिससे वहां अफरा-तफरी मच गई। यह मामला हरियाणा और राजस्थान में चर्चा का विषय बना हुआ है। आइए, इस केस के सभी पहलुओं पर नजर डालते हैं।
कोर्ट में पेशी और स्वास्थ्य में गिरावट
हिसार पुलिस ने सोमवार को देवेंद्र बूड़िया को अदालत में पेश किया। सुनवाई के बाद उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
जैसे ही वह अदालत से बाहर निकले, उनकी तबीयत बिगड़ गई, और पुलिसकर्मियों को उन्हें सहारा देकर गाड़ी तक ले जाना पड़ा। कोर्ट परिसर में बड़ी संख्या में लोग इस हाई-प्रोफाइल केस को देखने के लिए इकट्ठा हुए थे। हरियाणा राज्य अपराध शाखा ने उन्हें एक दिन पहले राजस्थान से गिरफ्तार किया था। इस घटना ने लोगों में गुस्सा और जिज्ञासा पैदा कर दी है।
दुष्कर्म का आरोप और पुलिस की कार्रवाई
24 जनवरी 2025 को हिसार के आदमपुर थाने में एक 20 वर्षीय युवती ने देवेंद्र बूड़िया पर दुष्कर्म का आरोप लगाया। पीड़िता का कहना है कि बूड़िया ने उसे धोखे से चंडीगढ़ और जयपुर बुलाकर दुष्कर्म किया।
गिरफ्तारी के दौरान, जब बूड़िया को राजस्थान से हिसार लाया जा रहा था, उनकी तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें सिविल अस्पताल ले जाया गया। पुलिस ने इस मामले में पहले उनके पीए कल्पेश को भी 14 मार्च को गिरफ्तार किया था। अब पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है।
जमानत की कोशिशें विफल
देवेंद्र बूड़िया ने इस मामले में अग्रिम जमानत के लिए निचली अदालत से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक अपील की, लेकिन उन्हें कहीं से राहत नहीं मिली।
यह देवेंद्र बूड़िया रेप केस सामाजिक और कानूनी दृष्टिकोण से गंभीर सवाल उठाता है। अदालत और पुलिस की सख्ती से यह संदेश गया है कि अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा। इस मामले ने हिसार में स्थानीय लोगों के बीच चर्चा को तेज कर दिया है। लोग इस हाई-प्रोफाइल केस पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।