धर्मांतरण और हनीट्रैप: एक गंभीर मुद्दा

धर्मांतरण का बढ़ता मुद्दा
धर्मांतरण और हनीट्रैप: दिल्ली और उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण का विषय इन दिनों काफी चर्चा में है। छांगुर बाबा की गिरफ्तारी के बाद इस मुद्दे पर कई महत्वपूर्ण खुलासे हो रहे हैं। कई लोग इस प्रताड़ना से बाहर आकर अपने अनुभव साझा कर रहे हैं। एक ओर जहां लव जिहाद के तहत लड़कियों का ब्रेनवॉश कर उनका धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर हनीट्रैप के माध्यम से लड़कों को भी इस अपराध में शामिल किया जा रहा है। धर्मांतरण के इस संदर्भ में हनीट्रैप फिर से चर्चा का विषय बन गया है।
हनीट्रैप की तकनीक
हनीट्रैप के बारे में जानें
हनीट्रैप को एक जासूसी तकनीक के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसमें किसी व्यक्ति को आकर्षित करने के लिए किसी महिला या पुरुष का सहारा लिया जाता है। इसका उद्देश्य किसी व्यक्ति से गोपनीय जानकारी हासिल करना या उसे किसी विशेष कार्य के लिए प्रेरित करना होता है। इस तकनीक में अक्सर खूबसूरत लड़कियों का उपयोग किया जाता है, जो लक्षित व्यक्ति को अपने आकर्षण में फँसाकर उन्हें अपने इरादों के अनुसार कार्य करने के लिए मजबूर करती हैं।
धर्मांतरण और हनीट्रैप का संबंध
धर्मांतरण और हनीट्रैप का संबंध
छांगुर बाबा के प्रभाव में आकर सैकड़ों लोगों ने अपना धर्म परिवर्तन किया है। यह व्यक्ति उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण का रैकेट चला रहा था। उसने हिंदू लड़कियों को लव जिहाद के जाल में फँसाकर उनका ब्रेनवॉश किया और उनका धर्म परिवर्तन कराया। वहीं, लड़कों के धर्म परिवर्तन के लिए हनीट्रैप का सहारा लिया गया। इस प्रक्रिया में उन्हें खूबसूरत लड़कियों के प्यार में पागल किया गया और फिर उनका भी धर्म परिवर्तन कराया गया। जयपुर से एक मामला सामने आया है, जहां एक सना नाम की लड़की ने पियूष को अपने जाल में फंसाया और उसका धर्म परिवर्तन कर उसका नाम अली रख दिया।