धर्मांतरण के मामले में छांगुर बाबा का बड़ा खुलासा: दुबई से यूपी तक फैला नेटवर्क

छांगुर बाबा की गिरफ्तारी और उसके नेटवर्क का खुलासा
उत्तर प्रदेश एटीएस ने छांगुर बाबा उर्फ जमालुद्दीन और उसकी सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन को गिरफ्तार किया है, जिसके बाद कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। बलरामपुर के मधपुर गांव का यह व्यक्ति न केवल भारत के विभिन्न राज्यों में धर्मांतरण करवा रहा था, बल्कि उसका नेटवर्क दुबई तक फैला हुआ था। एटीएस के अनुसार, बाबा ने 1500 से अधिक हिंदू लड़कियों का जबरन या लालच देकर धर्म परिवर्तन कराया है।
जांच एजेंसियों की सक्रियता
छांगुर बाबा की गिरफ्तारी के बाद, जांच एजेंसियां उसके साथ जुड़े सभी व्यक्तियों और संस्थाओं की पहचान करने में जुट गई हैं, जो इस अवैध धर्मांतरण सिंडिकेट का हिस्सा रहे हैं। बाबा के शिकार केवल उत्तर प्रदेश तक सीमित नहीं हैं, बल्कि महाराष्ट्र, मुंबई और खाड़ी देशों में भी उसके संपर्क थे।
दुबई से महाराष्ट्र तक फैला नेटवर्क
बाबा का नेटवर्क यूपी के बाहर भी सक्रिय था
बलरामपुर आने से पहले, बाबा महाराष्ट्र में भी धर्मांतरण के कार्य में संलग्न था। जांच में यह पता चला है कि उसने मुंबई में एक दरगाह के बाहर अंगूठियां बेचने का काम शुरू किया, जिससे उसका संपर्क खाड़ी देशों की उन संस्थाओं से हुआ, जो भारत में गैर-मुस्लिमों का इस्लाम में धर्मांतरण करवा रही थीं।
महिलाओं को बनाया आसान निशाना
एटीएस की रिपोर्ट में खुलासा
एटीएस की रिपोर्ट के अनुसार, छांगुर बाबा के अनुयायियों में महिलाओं की संख्या अधिक थी। खासकर युवा और गरीब हिंदू लड़कियों को निशाना बनाया गया। बाबा की टीम उन्हें इस्लाम अपनाने पर आर्थिक सहायता, नौकरी और शादी का झांसा देती थी। धर्म परिवर्तन के बाद, उन्हें अपने नेटवर्क में शामिल कर लिया जाता था।
बलरामपुर की जनसंख्या संरचना में बदलाव
बदलनी थी बलरामपुर की डेमोग्राफी
छांगुर बाबा बलरामपुर और उसके आस-पास के जिलों की जनसंख्या संरचना को बदलने की योजना बना रहा था। एसटीएफ की जांच में यह भी सामने आया है कि कुछ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी बाबा के संपर्क में थे, जिन्होंने पैसों के बदले उसकी गतिविधियों पर आंखें मूंद ली थीं।
आजमगढ़ में पहले से दर्ज मामले
आजमगढ़ में पहले से दर्ज हैं मामले
बाबा और उसके करीबी रिश्तेदारों के खिलाफ आजमगढ़ में भी दो साल पहले धर्मांतरण से जुड़े मामले दर्ज हो चुके हैं। यह स्पष्ट संकेत हैं कि बाबा लंबे समय से इस कार्य में संलग्न था और अब जाकर उसकी गिरफ्तारी संभव हो सकी है।
सात दिन की रिमांड पर बाबा
कोर्ट ने दी रिमांड
कोर्ट ने बुधवार को बाबा और उसकी सहयोगी नसरीन को सात दिन की एटीएस रिमांड पर भेज दिया है। यह रिमांड गुरुवार से शुरू हो चुकी है, और इस दौरान आईबी और एनआईए के अधिकारी भी बाबा से पूछताछ करेंगे ताकि उसके विदेशी संपर्कों और नेटवर्क की परतें खोली जा सकें।