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नए साल 2026 का जश्न: भारत में उत्सव का माहौल और सुरक्षा इंतजाम

जैसे ही 2025 का अंत नजदीक आ रहा है, भारत में नए साल 2026 का जश्न धूमधाम से मनाया जा रहा है। धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है, जबकि पर्यटन स्थलों पर सैलानियों का उत्साह भी देखने को मिल रहा है। दिल्ली, मुंबई और अन्य बड़े शहरों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। जानें कैसे लोग आस्था, पर्यटन और मनोरंजन के जरिए नए साल का स्वागत कर रहे हैं।
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नए साल 2026 का जश्न: भारत में उत्सव का माहौल और सुरक्षा इंतजाम

नए साल का स्वागत


नई दिल्ली: साल 2025 अब अपने अंतिम क्षणों में है। जैसे ही घड़ी की सुइयां रात 12 की ओर बढ़ेंगी, पूरा देश नए साल 2026 का स्वागत करेगा। कई राज्यों में लोग पहले से ही जश्न मनाने में जुट गए हैं। कहीं परिवार के साथ घरों में तैयारियां चल रही हैं, तो कहीं दोस्तों के साथ पार्टी की योजनाएं बनाई जा रही हैं। वैश्विक स्तर पर नए साल का उत्सव मनाने का जोश चरम पर है, और भारत भी इससे अछूता नहीं है।


धार्मिक आस्था के साथ नए साल की शुरुआत

आस्था के साथ नए साल की शुरुआत
नए साल के आगमन को लेकर बड़ी संख्या में लोग इसे धार्मिक आस्था के साथ शुरू करना चाहते हैं। इस कारण वैष्णो देवी, अयोध्या राम मंदिर, काशी विश्वनाथ, उज्जैन महाकाल जैसे प्रमुख तीर्थस्थलों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। कई स्थानों पर दर्शन के लिए लंबी कतारें लग गई हैं और प्रशासन को विशेष इंतजाम करने पड़ रहे हैं। भक्तों का मानना है कि भगवान के आशीर्वाद के साथ नए साल की शुरुआत जीवन में सुख-शांति और सकारात्मकता लाती है।


पर्यटन स्थलों पर भी रौनक

पर्यटन स्थलों पर भी रौनक
धार्मिक स्थलों के साथ-साथ पर्यटन केंद्रों पर भी नए साल का उत्साह साफ दिखाई दे रहा है। शिमला, मनाली और देहरादून जैसे हिल स्टेशनों पर सैलानियों की भीड़ उमड़ पड़ी है। मनाली में 31 दिसंबर की पूर्व संध्या पर पर्यटक नाचते-गाते और जश्न मनाते नजर आए। होटल, रिजॉर्ट और बाजारों में जबरदस्त चहल-पहल है। वहीं, राजस्थान का जैसलमेर भी न्यू ईयर सेलिब्रेशन के लिए खास आकर्षण बना हुआ है।


महानगरों में जश्न और सुरक्षा के इंतजाम

महानगरों में जश्न और सुरक्षा के इंतजाम
दिल्ली, मुंबई, चंडीगढ़, बेंगलुरु, पुणे जैसे बड़े शहरों में नए साल के जश्न के लिए भव्य तैयारियां की गई हैं। दिल्ली में 31 दिसंबर और 1 जनवरी को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। दिल्ली और नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है ताकि लोगों को आवाजाही में परेशानी न हो और किसी भी तरह की अव्यवस्था से बचा जा सके। क्लब, होटल और सार्वजनिक स्थानों पर भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।


श्रद्धालुओं और सैलानियों की भारी भीड़

श्रद्धालुओं और सैलानियों की भारी भीड़
नए साल से पहले देशभर के धार्मिक और पर्यटन स्थलों पर भीड़ लगातार बढ़ रही है। अयोध्या में रामलला और काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए कई किलोमीटर लंबी कतारें देखी जा रही हैं। बैरिकेडिंग के जरिए भीड़ को नियंत्रित किया जा रहा है और श्रद्धालुओं को सीमित समय के लिए दर्शन कराए जा रहे हैं। राजस्थान के सीकर में खाटूश्यामजी मंदिर में भी भक्तों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है।


पुरी में विशेष सतर्कता और सुरक्षा

पुरी में विशेष सतर्कता और सुरक्षा
पुरी में भगवान जगन्नाथ के दर्शन और नए साल के जश्न को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। अनुमान है कि 3.5 लाख से अधिक श्रद्धालु यहां पहुंच सकते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए 70 प्लाटून पुलिस बल तैनात किया गया है। शहर और समुद्र तट पर 300 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और करीब 300 लाइफगार्ड समुद्र किनारे तैनात किए गए हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।


उत्साह, आस्था और सतर्कता का संतुलन

उत्साह, आस्था और सतर्कता का संतुलन
कुल मिलाकर, नए साल 2026 के स्वागत में देशभर में उत्साह और उमंग का माहौल है। लोग आस्था, पर्यटन और मनोरंजन के जरिए नए साल का जश्न मना रहे हैं। वहीं प्रशासन भी पूरी तरह सतर्क है ताकि यह जश्न सुरक्षित और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो सके।