नन्हे हाथी का फोल्डेबल कुर्सी पर बैठने का प्रयास इंटरनेट पर छाया

नन्हे हाथी का प्यारा वीडियो
वायरल वीडियो: थाईलैंड के टस्कर शेल्टर से एक छोटे हाथी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। इस क्लिप में, नन्हा हाथी एक फोल्डेबल कुर्सी पर बैठने की कोशिश करता हुआ दिखाई दे रहा है, और उसका यह प्रयास दर्शकों का दिल जीत रहा है। इंस्टाग्राम पर साझा की गई इस वीडियो को अब तक 12,000 से अधिक बार देखा जा चुका है, और यह संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
इस वीडियो में, यह छोटा हाथी अपनी जिद के साथ कुर्सी को अपने खेल का हिस्सा बनाता है। वह बार-बार कुर्सी पर बैठने की कोशिश करता है, लेकिन हर बार असफल रहता है। एक पल ऐसा आता है जब उसकी छोटी सी लात से कुर्सी गिर जाती है, और वह मासूमियत भरी नजरों से इधर-उधर देखता है। यह दृश्य नेटिजन्स को हंसी और प्यार दोनों का अनुभव कराता है।
Adorable Video of Baby Elephant trying to sit on chair like human is winning hearts of everyone #babyelephant #viralvideo #elephant #cuteness pic.twitter.com/K074h3a452
— Manchh (@Manchh_Official) July 22, 2025
मददगार हाथ और नन्हे हाथी की कोशिश
वीडियो में एक दिलचस्प मोड़ तब आता है जब वीडियो बनाने वाला व्यक्ति नन्हे हाथी की मदद के लिए आगे आता है। वह कुर्सी को फिर से खोलकर सही करता है ताकि छोटा हाथी अपनी कोशिश जारी रख सके। लेकिन, यह प्यारा सा प्राणी अपनी जिद में डटा रहता है और बार-बार कोशिश करने के बावजूद कुर्सी पर बैठ नहीं पाता। उसकी यह मासूम कोशिश और नाकामी दर्शकों के लिए एक मनोरंजक और भावनात्मक पल बन गई है।
सोशल मीडिया पर वायरल सनसनी
टस्कर शेल्टर द्वारा साझा किया गया यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। लोग इस नन्हे हाथी की मासूमियत और जिद की तारीफ कर रहे हैं। कई यूजर्स ने कमेंट्स में लिखा, “यह छोटा हाथी कितना प्यारा है!” और “इसकी कोशिश देखकर हंसी नहीं रुक रही।” यह वीडियो न केवल मनोरंजन का साधन बन रहा है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे छोटे-छोटे पल भी लोगों के चेहरों पर मुस्कान ला सकते हैं।
टस्कर शेल्टर: जानवरों के लिए एक सुरक्षित आश्रय
थाईलैंड का टस्कर शेल्टर लंबे समय से हाथियों की देखभाल और संरक्षण के लिए काम कर रहा है। इस तरह के वीडियो न केवल लोगों का मनोरंजन करते हैं, बल्कि शेल्टर के प्रयासों को भी सामने लाते हैं। यह वीडियो एक बार फिर साबित करता है कि जानवरों की मासूमियत और उनके छोटे-छोटे प्रयास इंसानों को कितना प्रभावित कर सकते हैं।