नागपुर में दर्दनाक सड़क हादसा: पति ने पत्नी की लाश को बाइक पर बांधकर 80 किमी यात्रा की

नागपुर में सड़क दुर्घटना
Nagpur Accident: महाराष्ट्र के नागपुर में मोरफता दरगाह क्षेत्र के निकट 10 अगस्त को एक भयानक सड़क दुर्घटना हुई। इस घटना में 30 वर्षीय ग्यारसी अमित यादव की मौके पर ही मृत्यु हो गई। ग्यारसी अपने पति अमित भूरा यादव के साथ बाइक पर बैठी थीं, तभी एक अज्ञात वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी।
इस हादसे के बाद, अमित ने कई वाहन मालिकों से मदद मांगी, लेकिन किसी ने उनकी सहायता नहीं की। अंततः, उन्होंने अपनी पत्नी के शव को रस्सी से अपनी बाइक पर बांधकर भारी बारिश में 80 किलोमीटर की यात्रा की और अपने घर पहुंचे। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगों ने गहरी नाराजगी व्यक्त की। मानवाधिकार आयोग ने इस मामले पर महाराष्ट्र पुलिस से स्पष्टीकरण भी मांगा था।
पुलिस ने इस मामले में अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया, क्योंकि उनके पास आरोपी की कोई जानकारी नहीं थी। ऐसे में आरोपी को ढूंढना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया था।
On the Nagpur–Madhya Pradesh highway near Deolapar, a speeding truck struck a couple’s motorcycle, killing the wife instantly.
— The Sentinel (@Sentinel_Assam) August 13, 2025
With no help from passersby during heavy rain, her husband strapped her lifeless body to his bike and rode 80 km home.
The video of this harrowing… pic.twitter.com/iGYpP74TfH
AI ने खोज निकाला आरोपी
आखिरकार, नागपुर पुलिस ने आरोपी की पहचान के लिए एआई आधारित MARVEL (Maharashtra Research and Vigilance for Enhanced Law Enforcement) तकनीक का उपयोग किया और आरोपी ड्राइवर को खोज निकाला।
पुलिस ने अमित यादव के बयान पर 11 अगस्त को मामला दर्ज किया था। इस मामले में न तो कोई चश्मदीद था और न ही कोई अन्य जानकारी। अमित ने पुलिस को केवल यह बताया कि वाहन पर लाल रंग के निशान थे। ऐसे में आरोपी को खोजना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती थी।
MARVEL ने खोज डाल तमाम सीसीटीवी फुटेज
पुलिस ने MARVEL तकनीक का उपयोग करते हुए संदिग्ध वाहन की पहचान के लिए विभिन्न टोल प्लाजा और चेकप्वाइंट्स पर लगे सीसीटीवी फुटेज की घंटों छानबीन की। एआई सिस्टम ने अपनी कम्प्यूटर विजन एल्गोरिद्म का उपयोग करते हुए चार घंटे की मेहनत के बाद सभी लाल रंग के ट्रकों को छांटा और फिर मात्र 15 मिनट में संदिग्ध ट्रक का पता लगा लिया।
इसके लिए एआई ने विभिन्न टोल प्वाइंट्स के बीच सभी ट्रकों की स्पीड और यात्रा समय का विश्लेषण किया। जैसे ही उसे ट्रक के आने में कोई देरी या यात्रा समय में कोई बेमेल लगा, उसने सुझाव दिया कि यह वाहन हादसे में शामिल हो सकता है। इस प्रक्रिया में एक लाल रंग का ट्रक सामने आया, क्योंकि वह बिना कारण ऐसे स्थान पर रुका था जहां न कोई फ्यूल स्टेशन था और न ही कोई विश्राम स्थल।
पुलिस ने लाल रंग के निशान और ट्रक के यात्रा समय में अंतर के आधार पर अपनी पूरी जांच लाल रंग के टाटा ट्रक (UP 14 MT 2190) पर केंद्रित की और अंततः पुलिस ने 28 वर्षीय ट्रक चालक सत्यपाल राजेंद्र को 16 अगस्त को नागपुर से 700 किलोमीटर दूर उत्तर प्रदेश के फर्रूखाबाद के नगला खरीक गांव से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने ट्रक को भी सीज कर दिया है। सत्यपाल का कथित तौर पर पहले कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है।