नीतीश कुमार ने जीएसटी सुधारों को बिहार के लिए लाभकारी बताया

जीएसटी सुधारों का स्वागत
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जीएसटी में किए गए सुधारों को बिहारवासियों के लिए फायदेमंद बताया है। इस अवसर पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया। उनका कहना है कि पीएम मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में जीएसटी सुधार हर परिवार के लिए समृद्धि लेकर आया है।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "नवरात्रि के पहले दिन से पूरे देश में जीएसटी की नई दरें लागू हो रही हैं। अब जीएसटी के दो मुख्य स्लैब 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत होंगे। जीएसटी की दरों में सुधार के लिए मैं बिहार की जनता की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देता हूं।"
उन्होंने अपनी पोस्ट में कहा कि इस सुधार से न केवल बिहार, बल्कि पूरे देश के लोगों को लाभ होगा। आम नागरिकों के लिए रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुएं अब सस्ती होंगी, जिससे उन्हें खरीदारी में कम खर्च करना पड़ेगा।
नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि नई जीएसटी दरों के लागू होने से देश की जीडीपी में वृद्धि होगी और सभी वर्गों, विशेषकर निम्न और मध्यम वर्ग के लोगों को राहत मिलेगी।
उन्होंने एक बार फिर पीएम मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में जीएसटी सुधार हर परिवार के लिए खुशहाली लेकर आया है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार।
जीएसटी सुधारों पर केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान ने कहा कि यह बदलाव गरीबों, नियो मिडिल क्लास, महिलाओं, छात्रों, किसानों और युवाओं के जीवन में समृद्धि और सरलता लाएगा।
उन्होंने 'एक्स' पर लिखा, "नवरात्रि पर देशवासियों को नेक्स्ट-जेन जीएसटी रिफॉर्म्स की सौगात। अब सिर्फ दो टैक्स स्लैब (5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत) से आम नागरिक को बड़ी राहत मिलेगी।"
इससे पहले, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने जीएसटी सुधार की सराहना की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का जीएसटी कम करने का निर्णय देश की अर्थव्यवस्था के लिए ऐतिहासिक है, जिसका असर आज से ही दिखना शुरू हो गया है।
उन्होंने कहा कि एमएसएमई के मंत्री होने के नाते, मैं देश के सभी सूक्ष्म, लघु और मध्यम व्यापारियों की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का तहे दिल से आभार व्यक्त करता हूं। उन्होंने हमारे एमएसएमई के लोगों की बातों को सुना और एक ऐतिहासिक फैसला लेते हुए यह साबित कर दिया कि सही मायने में अगर एमएसएमई का कोई शुभचिंतक है तो वे हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं।