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नीरज चोपड़ा ने NC क्लासिक में जीता गोल्ड, 12 देशों के एथलीटों को पछाड़ा

भारत के जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने बेंगलुरु में आयोजित NC क्लासिक में शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल जीता। उन्होंने 12 देशों के एथलीटों को पीछे छोड़ते हुए 86.18 मीटर का थ्रो किया। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य युवा एथलीटों को प्रेरित करना था। जानें नीरज की यात्रा और अन्य प्रतियोगियों के प्रदर्शन के बारे में।
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नीरज चोपड़ा ने NC क्लासिक में जीता गोल्ड, 12 देशों के एथलीटों को पछाड़ा

नीरज चोपड़ा का शानदार प्रदर्शन

भारत के प्रमुख जैवलिन थ्रोअर और ओलंपिक विजेता नीरज चोपड़ा ने एक बार फिर अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है। बेंगलुरु के कांतीरावा स्टेडियम में आयोजित 'NC (नीरज चोपड़ा) क्लासिक' के पहले संस्करण में नीरज ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीता। इस प्रतियोगिता में उन्होंने 12 देशों के 11 अन्य एथलीटों को पीछे छोड़ते हुए यह उपलब्धि हासिल की। नीरज का सर्वश्रेष्ठ थ्रो 86.18 मीटर रहा, जो उन्होंने अपने तीसरे प्रयास में किया।


NC क्लासिक का उद्देश्य

NC क्लासिक का यह पहला संस्करण भारत में जैवलिन थ्रो के खेल को बढ़ावा देने और युवा एथलीटों को प्रेरित करने के लिए आयोजित किया गया था। इस प्रतियोगिता में विश्व के शीर्ष जैवलिन थ्रोअर शामिल हुए, जिनमें केन्या के जूलियस येगो और श्रीलंका के रमेश पथिरगे जैसे प्रसिद्ध खिलाड़ी भी शामिल थे.


नीरज की प्रतियोगिता में यात्रा


नीरज की शुरुआत इस प्रतियोगिता में थोड़ी कमजोर रही। उनका पहला थ्रो फाउल हो गया, जिससे कुछ प्रशंसकों में चिंता बढ़ गई। लेकिन नीरज ने अपने दूसरे प्रयास में 82.99 मीटर का थ्रो फेंककर वापसी की। तीसरे प्रयास में उन्होंने 86.18 मीटर का थ्रो किया और पहले स्थान पर आ गए। हालांकि, उनका चौथा प्रयास फिर से फाउल रहा, लेकिन नीरज ने हार नहीं मानी। अपने पांचवें और छठे प्रयास में उन्होंने क्रमशः 84.07 मीटर और 85.76 मीटर के थ्रो फेंके, जिसने उनकी जीत को और पक्का कर दिया.


जूलियस येगो और रमेश पथिरगे का प्रदर्शन

केन्या के अनुभवी जैवलिन थ्रोअर जूलियस येगो ने भी शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने 84.51 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ सिल्वर मेडल जीता। वहीं, श्रीलंका के रमेश पथिरगे ने 84.34 मीटर के थ्रो के साथ ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया। दोनों खिलाड़ियों ने नीरज को कड़ी टक्कर दी, लेकिन नीरज की निरंतरता और तकनीक ने उन्हें सबसे आगे रखा।