नूंह में विवाद के बाद हिंसक झड़प, पुलिस ने तैनात किया बल

गांव मुड़ाका में विवाद का उग्र रूप
नूंह के फिरोजपुर झिरका थाना क्षेत्र के मुड़ाका गांव में मंगलवार को एक साधारण विवाद ने गंभीर रूप ले लिया। सड़क पर खड़ी एक गाड़ी को हटाने की मांग पर शुरू हुआ झगड़ा तेजी से हिंसक झड़प में बदल गया, जिसमें पथराव, कांच की बोतलें फेंकने और आगजनी की घटनाएं शामिल थीं। इस दौरान कई लोग घायल हुए और गांव में तनाव फैल गया।
विवाद की शुरुआत
गांव के सरपंच राम सिंह सैनी के अनुसार, राजस्थान के हाजीपुर गांव का एक युवक, इसरा, ने मुड़ाका जाने वाली सड़क पर अपनी गाड़ी खड़ी कर रखी थी। जब गांव के समय सिंह ने गाड़ी हटाने के लिए कहा, तो दोनों के बीच बहस शुरू हो गई। आरोप है कि इसरा ने समय सिंह के सिर पर कांच की बोतल फेंकी, जिससे स्थिति बिगड़ गई।
हिंसक झड़प और आगजनी
पथराव और आगजनी से बिगड़ी स्थिति
घटना के बाद दोनों पक्षों के लोग मौके पर इकट्ठा हो गए और पथराव शुरू कर दिया। छतों से पत्थर और कांच की बोतलें फेंकी जाने लगीं। भीड़ ने एक बाइक को आग के हवाले कर दिया और कई दुकानों में आग लगा दी। सरपंच ने आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने जानबूझकर इस झगड़े को धार्मिक रंग देने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि उन पर भी पथराव किया गया और दुकानों में तोड़फोड़ की गई।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस बल की तैनाती
सूचना मिलने पर फिरोजपुर झिरका थाना पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन स्थिति को तुरंत नियंत्रित नहीं किया जा सका। हालात को संभालने के लिए कई थानों की पुलिस और डीएसपी रैंक के अधिकारियों को तैनात किया गया। हरियाणा और राजस्थान दोनों राज्यों की पुलिस ने गांव में मोर्चा संभाला। घटना के बाद सड़क पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई थी, जिसे बाद में हटा दिया गया।
घायलों का इलाज
घायल अस्पताल में भर्ती
इस झड़प में घायल हुए दोनों पक्षों के लोग अस्पताल में इलाज करा रहे हैं। फिलहाल गांव और आसपास के क्षेत्रों में तनाव बना हुआ है। प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और अफवाहों से दूर रहने को कहा है। इससे पहले भी नूंह में बकरीद के दिन हिंसा हुई थी, जिसमें कई लोग घायल हुए थे।