नेतन्याहू ने ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित किया
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित करने की घोषणा की है। यह मुलाकात इजरायल और ईरान के बीच चल रहे संघर्ष के बीच हुई है। ट्रंप ने कहा कि पश्चिम एशिया में स्थिति सुलझने की उम्मीद है और ईरान के साथ वार्ता की संभावना भी जताई गई है। इस बीच, ट्रंप ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख की तारीफ की और उन्हें पाकिस्तान आने का निमंत्रण दिया। जानें इस महत्वपूर्ण मुलाकात के पीछे की कहानी और ट्रंप की नोबेल पुरस्कार की चाहत के बारे में।
Jul 8, 2025, 13:00 IST
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ट्रंप और नेतन्याहू की महत्वपूर्ण मुलाकात
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से कहा है कि वे उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित करेंगे। यह मुलाकात इजरायल और ईरान के बीच चल रहे संघर्ष और ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर अमेरिकी हमले के बाद हुई है। ट्रंप से उम्मीद की जा रही थी कि वे नेतन्याहू पर गाजा में हमास के खिलाफ चल रहे 21 महीने के युद्ध में संघर्ष विराम के लिए सहमत होने का दबाव डालेंगे, जिसमें लगभग 60,000 लोगों की जान गई है, जिनमें से अधिकांश फिलिस्तीनी हैं। नेतन्याहू ने ट्रंप को नामांकन पत्र सौंपते हुए कहा कि जब हम बात कर रहे हैं, तब वह (ट्रंप) एक के बाद एक देशों में शांति स्थापित कर रहे हैं। यह कदम उस समय उठाया गया है जब नेतन्याहू, ट्रंप और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपतियों पर ईरान के परमाणु कार्यक्रम के खिलाफ सैन्य कार्रवाई करने का दबाव डालते रहे हैं। ट्रंप ने अमेरिकी सेना को ईरानी परमाणु स्थलों पर बमबारी करने का आदेश दिया था। नेतन्याहू की यह व्हाइट हाउस में तीसरी यात्रा है। दोनों नेताओं ने उम्मीद जताई कि ईरान में उनकी सफलता पश्चिम एशिया में एक नए युग की शुरुआत करेगी।
ईरान के साथ संभावित बैठक
ईरान के साथ एक हफ्ते में बैठक
ट्रंप ने कहा कि उन्हें लगता है कि पश्चिम एशिया में स्थिति काफी हद तक सुलझ जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम पर बातचीत फिर से शुरू करना चाहता है, हालांकि ईरान ने इसकी पुष्टि नहीं की है। ट्रंप के साथ मौजूद अमेरिकी दूत स्टीव विटकॉफ ने बताया कि ईरान के साथ बैठक संभवतः एक सप्ताह में होगी। ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने एक साक्षात्कार में कहा था कि अमेरिकी हवाई हमलों ने उनके देश की परमाणु सुविधाओं को काफी नुकसान पहुंचाया है, और ईरानी अधिकारी अभी भी विनाश की समीक्षा कर रहे हैं।
ट्रंप की पाकिस्तानी सेना प्रमुख से मुलाकात
मुनीर भी व्हाइट हाउस की रोटी खाकर ट्रंप के गुण गाने लगे
कैबिनेट रूम में हुई इस बंद कमरे की मुलाकात के बाद एक औपचारिक लंच का आयोजन किया गया। पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने पाकिस्तानी आर्मी चीफ की तारीफ की और कहा कि उनसे मिलकर उन्हें सम्मानित महसूस हो रहा है। ट्रंप ने कहा कि वे युद्ध न करने और संघर्ष समाप्त करने के लिए उनका धन्यवाद करना चाहते थे। यह पहली बार था जब कोई अमेरिकी राष्ट्रपति पाकिस्तानी सेना प्रमुख के साथ लंच मीटिंग कर रहा था। मुनीर ने ट्रंप को पाकिस्तान आने का निमंत्रण भी दिया। इसके अलावा, पाकिस्तान ने सोशल मीडिया पर घोषणा की है कि वह ट्रंप को 2026 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित कर रहा है।
ट्रंप का नोबेल पुरस्कार की चाहत
नोबल की चाहत में ट्रंप का दर्द
ट्रंप ने सार्वजनिक मंचों पर नोबेल पुरस्कार न मिलने का दर्द साझा किया है। उन्होंने कहा कि वे कई उपलब्धियों के लिए इस पुरस्कार के हकदार हैं। ट्रंप ने कहा कि उन्हें यह पुरस्कार चार या पांच बार मिलना चाहिए था। उन्होंने कांगो और रवांडा में समझौता करवाया, लेकिन फिर भी उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार नहीं मिला। इसके अलावा, उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध रोकने के लिए भी पुरस्कार की उम्मीद जताई थी। ट्रंप ने कहा कि उन्होंने सार्बिया और कोसोवो के बीच युद्ध समाप्त किया, लेकिन इसके लिए भी उन्हें पुरस्कार नहीं मिला। अंत में, ट्रंप ने कहा कि चाहे वे कुछ भी करें, उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार नहीं मिलेगा।