नेपाल में Gen-Z प्रदर्शन: पर्यटन उद्योग पर गंभीर प्रभाव

नेपाल में प्रदर्शन का असर
Nepal Gen-Z Protest News: नेपाल में Gen-Z द्वारा किए गए प्रदर्शनों ने देश को एकजुट कर दिया है, जिससे ओली सरकार को केवल दो दिनों में झुकना पड़ा। इसके परिणामस्वरूप इस्तीफों की एक श्रृंखला शुरू हो गई है, और अब नेपाल में एक अंतरिम सरकार का गठन किया गया है, जिसका नेतृत्व सुशील कार्की कर रही हैं। हालांकि, इस राजनीतिक उथल-पुथल ने नेपाल की अर्थव्यवस्था को भी संकट में डाल दिया है, क्योंकि यह देश पर्यटन पर निर्भर है, और अब पर्यटन गतिविधियाँ ठप हो गई हैं।
होटलों की बुकिंग में गिरावट
होटलों की 35% बुकिंग कैंसिल
नेपाल एक ऐसा देश है जो हमेशा पर्यटकों से भरा रहता है, विशेषकर काठमांडू में। थमेल क्षेत्र, जो सैलानियों का प्रमुख आकर्षण है, अब सुनसान हो गया है। यहां की गलियों में पहले हमेशा भीड़ रहती थी, लेकिन अब बुकिंग में 35% की गिरावट आई है।
थमेल में सन्नाटा
थमेल की तंग गलियों में सन्नाटा
थमेल, जो काठमांडू का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, अब वीरान हो गया है। यहां की दुकानों और रेस्टोरेंट्स में पहले युवाओं और पर्यटकों की भीड़ होती थी, लेकिन 15 सितंबर के बाद से यहां सन्नाटा छा गया है। इससे न केवल पर्यटन प्रभावित हुआ है, बल्कि स्थानीय व्यापारियों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
होटलों में नुकसान
होटलों में तबाही
Gen-Z प्रदर्शनों के दौरान कई होटलों को नुकसान पहुंचा है, जिससे उन्हें मरम्मत के लिए लाखों रुपये खर्च करने पड़ सकते हैं। नेपाल पर्यटन प्राधिकरण के अनुसार, पहले से बुक किए गए पर्यटकों की संख्या में 30% की कमी आई है।
दुकानों में लूटपाट
दुकानों में लुटपाट
इस हिंसा ने देश की अर्थव्यवस्था को भी प्रभावित किया है। प्रदर्शनकारियों ने कई दुकानों में तोड़फोड़ की है, जिससे बिक्री पर असर पड़ेगा और महंगाई बढ़ेगी। हालांकि, नेपाल की स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है।
जलते घरों की गंध
जलते घरों की गंध बरकरार
प्रदर्शन के दौरान आगजनी की घटनाएं हुई थीं, जिनकी गंध अब भी शहर में फैली हुई है। नेपाल के होटल मालिकों को उम्मीद है कि पर्यटक जल्द लौटेंगे, क्योंकि देश की 8% GDP पर्यटन पर निर्भर है।
आगामी चुनाव
नेपाल में अगला आम चुनाव 5 मार्च 2026 को होगा, और वर्तमान में अंतरिम सरकार कार्यरत है।